पाकिस्तान क्रिकेट टीम के विकेटकीपर-बल्लेबाज मोहम्मद रिजवान ने बांग्लादेश के खिलाफ 2 मैचों की टेस्ट सीरीज के पहले मैच की पहली पारी में नाबाद 171 रन की शानदार पारी खेलकर इतिहास रच दिया। इस पारी ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) में छठे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए एक नया कीर्तिमान स्थापित किया। रिजवान ने इंग्लैंड के बेन स्टोक्स के रिकॉर्ड को तोड़ते हुए यह उपलब्धि हासिल की।
रिजवान की ऐतिहासिक पारी
रावलपिंडी में खेले गए पहले टेस्ट मैच की पहली पारी में मोहम्मद रिजवान छठे नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे। परिस्थिति कठिन थी, लेकिन रिजवान ने धैर्य और कौशल दिखाते हुए 241 गेंदों पर नाबाद 171 रन बनाए। उनकी इस पारी ने न केवल पाकिस्तान को एक मजबूत स्थिति में ला खड़ा किया, बल्कि व्यक्तिगत रूप से रिजवान को भी एक नई ऊंचाई पर पहुंचा दिया।
केवल बेन स्टोक्स ही नहीं, कई दिग्गजों को पीछे छोड़ा
मोहम्मद रिजवान ने अपनी इस पारी के दम पर बेन स्टोक्स को पीछे छोड़ दिया, जिन्होंने 2023 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ लॉर्ड्स में 155 रन बनाए थे। अब रिजवान इस सूची में सबसे ऊपर हैं। इस सूची में जोस बटलर, काइल मेयर्स और क्विंटन डी कॉक जैसे दिग्गज नाम शामिल हैं जिन्होंने छठे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए शानदार प्रदर्शन किया है।
WTC में छठे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए सबसे बड़े स्कोर
- 171* रन (241 गेंद) – मोहम्मद रिजवान बनाम बांग्लादेश, रावलपिंडी, 2024
- 155 रन (214 गेंद) – बेन स्टोक्स बनाम ऑस्ट्रेलिया, लॉर्ड्स, 2023
- 152 रन (311 गेंद) – जोस बटलर बनाम पाकिस्तान, साउथैम्प्टन, 2020
- 146 रन (208 गेंद) – काइल मेयर्स बनाम बांग्लादेश, ग्रॉस आइलेट, 2022
- 141* रन (170 गेंद) – क्विंटन डी कॉक बनाम वेस्टइंडीज, ग्रॉस आइलेट, 2021
तीसरा नाबाद टेस्ट शतक
मोहम्मद रिजवान ने बांग्लादेश के खिलाफ यह शतक लगाते हुए अपने टेस्ट करियर का तीसरा नाबाद शतक पूरा किया। इससे पहले उन्होंने दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भी नाबाद शतक लगाए थे। उनके तीनों टेस्ट शतक कुछ इस प्रकार हैं:
- 2024 में बांग्लादेश के विरुद्ध 171* रन
- 2021 में दक्षिण अफ्रीका के विरुद्ध 115* रन
- 2022 में ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध 104* रन
रिजवान की पारी का महत्व
रिजवान की इस पारी ने कई मायनों में महत्वपूर्ण साबित हुई। एक ओर तो उन्होंने अपने प्रदर्शन से टीम की मजबूती को बढ़ाया, दूसरी ओर व्यक्तिगत रूप से भी उनका आत्मविश्वास नए स्तर पर पहुंचा। इस पारी में उन्होंने अपने कौशल और मानसिक धैर्य का उत्कृष्ट प्रदर्शन किया, जो आने वाले मैचों में टीम के लिए लाभकारी हो सकता है।
रावलपिंडी में उत्साह
रावलपिंडी स्टेडियम में उपस्थित दर्शकों के लिए यह पारी एक रोमांचक अनुभव थी। जैसे ही रिजवान ने अपना शतक पूरा किया, स्टेडियम में खुशी की लहर दौड़ गई। दर्शकों ने तालियों की गड़गड़ाहट और जयकारों के साथ रिजवान का स्वागत किया। यह पारी न केवल रिजवान के लिए बल्कि पूरे पाकिस्तान क्रिकेट के लिए गर्व की बात थी।
आगे की चुनौतियाँ
मोहम्मद रिजवान की इस शानदार पारी के बावजूद, पाकिस्तान क्रिकेट टीम के सामने अभी कई चुनौतियां बाकी हैं। टेस्ट सीरीज का दूसरा मैच और आगामी टूर्नामेंटों में टीम को लगातार अच्छा प्रदर्शन करना होगा। उम्मीद है कि रिजवान का आत्मविश्वास और उसकी यह पारी टीम के अन्य खिलाड़ियों के लिए प्रेरणादायक साबित होगी।
समापन
मोहम्मद रिजवान की यह ऐतिहासिक पारी न केवल उनके व्यक्तिगत करियर के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, बल्कि वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में पाकिस्तान की स्थिति को भी मजबूत करती है। रिजवान की इस पारी ने उन्हें इतिहास में एक नया स्थान दिलाया है और उन्होंने यह साबित कर दिया है कि वे किसी भी परिस्थिति में मुकाबला करने के लिए तैयार हैं। इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए उन्हें बधाई और आगे के सफर के लिए शुभकामनाएं!