नीरज चोपड़ा: एक बार फिर से ओलंपिक में

भारत के गोल्डन बॉय नीरज चोपड़ा एक बार फिर ओलंपिक की चुनौती के लिए पूरी तरह तैयार हैं। टोक्यो ओलंपिक 2020 के बाद सब कुछ बदल गया, जिसमें उन्होंने 87.58 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ वह सब कुछ हासिल किया जिसके वे हकदार थे। नीरज चोपड़ा ने न केवल गोल्ड मेडल जीता बल्कि भारतीय खेल प्रेमियों के दिलों में एक खास जगह भी बना ली।

पेरिस ओलंपिक में नीरज चोपड़ा की छाप छोड़ने की पूरी तैयारियां हो चुकी हैं। उनसे काफी उम्मीदें हैं और उम्मीद की जा रही है कि वो फिर से पिछली बार की तरह भारत को गोल्ड मेडल दिला सकते हैं। नीरज चोपड़ा में इतनी काबिलियत है कि वो यह कमाल दोहरा सकते हैं।

बड़ी चुनौती: अरशद नदीम

नीरज चोपड़ा को इस बार जिन खिलाड़ियों से कड़ी टक्कर मिल सकती है, उसमें पाकिस्तान के अरशद नदीम पहले नंबर पर आते हैं। अरशद पिछले ओलंपिक में टॉप 3 में जगह बनाने में असफल रहे थे और पांचवें स्थान पर रहे थे, लेकिन उन्होंने अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया और सभी को चौंका दिया।

पेरिस ओलंपिक में नीरज के सबसे बड़े प्रतिद्वंदी के तौर पर अरशद नदीम हो सकते हैं। हालांकि ऐसा हो ये जरूरी भी नहीं है, लेकिन ओलंपिक में जैवलिन थ्रो मुकाबले से पहले आइए नीरज चोपड़ा और अरशद नदीम के आमने-सामने के रिकॉर्ड पर एक नजर डालते हैं जिससे पता लगेगा कि दोनों कहां खड़े हैं।

नीरज चोपड़ा और अरशद नदीम का हेड-टू-हेड रिकॉर्ड

नीरज चोपड़ा पाकिस्तान के दिग्गज थ्रोअर के खिलाफ 9-0 के चौंका देने वाले रिकॉर्ड के साथ शीर्ष पर हैं। हालांकि नदीम ने बर्मिंघम में 2022 कॉमनवेल्थ गेम्स में 90.18 मीटर के थ्रो के साथ गोल्ड मेडल जीता था और उनके व्यक्तिगत थ्रो भारतीय दिग्गज से बेहतर हैं।

नीरज और अरशद क्वालिफाई करने के लिए 6 अगस्त को मैदान पर उतरेंगे और अगर दोनों आगे बढ़ते हैं तो पदक के लिए 8 अगस्त को दोनों अपनी-अपनी दावेदारी पेश करेंगे। यह मुकाबला देखने लायक होगा क्योंकि दोनो खिलाड़ी अपने-अपने देश के प्राइड हैं और दोनों में बराबरी की काबिलियत है।

दूसरे प्रमुख प्रतिद्वंदी

नीरज और अरशद के बीच मुकाबला सबसे ज्‍यादा चर्चा में हैं, लेकिन इनके अलावा भी कई खिलाड़ी हैं जो जैवलिन थ्रो में बड़े दावेदार माने जा रहे हैं। जर्मनी के जूलियन वेबर और चेकिया के जैकब वडलेज भी शानदार फॉर्म में हैं और किसी भी समय उलटफेर कर सकते हैं। इन दोनों एथलीट्स ने भी हाल ही में अपने गजब के प्रदर्शन से सभी को प्रभावित किया है और ओलंपिक में यह मुकाबले और भी दिलचस्प हो सकते हैं।

नीरज चोपड़ा की तैयारी

नीरज चोपड़ा ने अपनी तैयारियों में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है। उनकी डेडिकेशन और मेहनत से ही आज वह इस मुकाम पर पहुंचे हैं। ट्रेनिंग कैंप, डाइट, और मेंटल हेल्थ पर अपने फोकस के साथ नीरज ने खुद को हर पहलू में मजबूत किया है।

वह अपने अनुभव और अपने नए-नए तकनीकों के साथ मैदान पर उतरेंगे। उनका हर थ्रो एक नई उम्मीद जगाता है। पिछले ओलंपिक में उनकी शानदार सफलता ने ना केवल भारतीय खेल प्रेमियों में बल्कि पूरे विश्व के उत्कृष्टता के मानदंडों में नई ऊर्जा का संचार किया है।

उम्मीदें और आकांक्षाएं

नीरज चोपड़ा की पेरिस ओलंपिक में सफलता की यात्रा न केवल एक व्यक्तिगत उपलब्धि होगी बल्कि यह भारतीय खेल जगत के लिए एक नई आध्याय का आगाज भी होगी। भारत को उनसे काफी उम्मींदें हैं और जोश भी उनको देखकर दुगना हो जाता है।

अगर नीरज इसी तरह की प्रैक्टिस और डेडिकेशन जारी रखता है, तो इसमें कोई संदेह नहीं है कि वह पेरिस में भी स्वर्ण पदक हासिल करके एक बार फिर इतिहास रच देंगे। भारत को नीरज पर गर्व है और उम्मीद है कि वह हर बार की तरह इस बार भी अपनी कड़ी मेहनत का फल पाएंगे।

By IPL Agent

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