मुकाबले की शुरुआत और टॉस
भारत और श्रीलंका के बीच खेले जा रहे दूसरे वनडे मुकाबले में श्रीलंका के कप्तान चरित असलंका ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। भारतीय टीम में किसी प्रकार का बदलाव नहीं किया गया और कप्तान रोहित शर्मा ने पहले ओवर की जिम्मेदारी तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज को सौंपी। पिछले मुकाबले में शानदार प्रदर्शन के बाद भारतीय टीम इस मैच में भी उसी लय में नजर आ रही थी।
पारी की पहली गेंद और सिराज का जादू
मोहम्मद सिराज ने दूसरे वनडे मैच की पहली पारी की पहली गेंद पर ही श्रीलंका के ओपनर पथुम निसांका को पवेलियन भेज दिया। निसांका जिन्होंने पहले वनडे में शानदार अर्धशतक जमाया था, बिना खाता खोले ही गोल्डन डक पर आउट हो गए। सिराज के इस प्रभावशाली गेंदबाजी ने भारतीय टीम को एक शानदार शुरुआत दिलाई। इस विकेट के साथ सिराज ने वनडे करियर में पहली बार पारी की पहली ही गेंद पर विकेट लेने का कमाल किया और भारतीय क्रिकेट इतिहास का हिस्सा बने।
भारतीय गेंदबाजों की विशेष लिस्ट
मोहम्मद सिराज वनडे की पहली गेंद पर विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाजों की विशेष लिस्ट में शामिल हो गए। उनसे पहले देवाशीष मोहंती, जहीर खान और प्रवीण कुमार ने यह कारनामा किया था। देवाशीष मोहंती ने 1999 में वेस्टइंडीज के खिलाफ रिडली जैकब्स को आउट किया था, तो वहीं जहीर खान ने 2001 में न्यूज़ीलैंड के खिलाफ मैथ्यू सिंक्लेयर, 2002 में श्रीलंका के खिलाफ सनथ जयसूर्या, 2007 में ऑस्ट्रेलिया के माइकल क्लार्क और 2009 में फिर से श्रीलंका के उपुल थरंगा को आउट किया था। प्रवीण कुमार ने 2010 में दिल्ली में श्रीलंका के उपुल थरंगा को पवेलियन का रास्ता दिखाया था।
श्रीलंका के बल्लेबाजों की कठिनाई
पथुम निसांका श्रीलंका के तीसरे बल्लेबाज बन गए जो भारत के खिलाफ वनडे प्रारूप में पहली ही गेंद पर आउट हुए। इससे पहले सनथ जयसूर्या को 2002 में कोलंबो में जहीर खान ने और उपुल थरंगा को 2009 में दिल्ली और 2010 में दांबुला में आउट किया था। इससे साफ है कि भारतीय गेंदबाजों का शुरूआत से ही श्रीलंकाई बल्लेबाजों पर दबदबा रहता है।
रोहित शर्मा और टीम की रणनीति
कप्तान रोहित शर्मा की रणनीति सिराज को पहले ओवर में गेंदबाजी करने का निर्णय बेहतरीन साबित हुआ। सिराज की गेंदबाजी से भारतीय टीम को एक शानदार शुरुआत मिली जिससे श्रीलंका की टीम दबाव में आ गई। सिराज के इस प्रदर्शन से स्पष्ट होता है कि भारतीय गेंदबाज मैच की नब्ज को खासी अच्छी तरह जान चुके हैं।
सिराज का आत्मविश्वास और प्रभावित करते गेंदबाजी
मोहम्मद सिराज के शानदार प्रदर्शन के बाद भारतीय टीम का मनोबल और ऊंचा हो गया। सिराज की इस तेज-तर्रार गेंदबाजी ने न केवल भारतीय टीम को एक मजबूत स्थिति में ला खड़ा किया बल्कि उनके आत्मविश्वास में भी इजाफा किया।
भारतीय क्रिकेट का भविष्य
सिराज के इस कारनामे से स्पष्ट होता है कि भारतीय क्रिकेट टीम का भविष्य उज्ज्वल है। नई युवा पीढ़ी की इस तरह की प्रदर्शन क्रिकेट प्रेमियों के दिलों में नई उम्मीदें जगा रही है।
इस मुकाबले में मोहम्मद सिराज ने एक बार फिर साबित कर दिया कि वह भारतीय टीम के लिए कितने महत्वपूर्ण खिलाड़ी हैं। उनके इस शानदार प्रदर्शन से भारतीय टीम को मुकाबले में बढ़त मिली और क्रिकेट के इतिहास में एक और सुनहरा पन्ना जुड़ गया।