कप्तान बदलने के बाद इंग्लैंड टीम का नया चेहरा
इंग्लैंड की टीम आगामी श्रीलंका के खिलाफ तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में अपने नियमित कप्तान बेन स्टोक्स और ओपनर बल्लेबाज जैक क्रॉली के बिना मैदान पर उतरेगी। ओल पोप को टीम की कमान सौंपी गई है, वहीं हैरी ब्रूक उपकप्तानी की भूमिका निभाएंगे। कप्तान और प्रमुख ओपनर की गैरमौजूदगी में इंग्लैंड की बल्लेबाजी में थोड़ी अनुभवहीनता नज़र आ सकती है। ऐसे में पूरी जिम्मेदारी दिग्गज बल्लेबाज जो रूट पर आ गई है, जिनसे टीम को बेहतरीन प्रदर्शन की उम्मीद होगी।
जो रूट का शानदार प्रदर्शन
जो रूट हाल ही में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेली गई तीन मैचों की सीरीज में शानदार प्रदर्शन कर चुके हैं। उन्होंने इस सीरीज में चार पारियों में कुल 291 रन बनाए थे। इस दौरान उन्होंने 12,000 रन का महत्वपूर्ण मील का पत्थर भी हासिल किया था, जिससे उन्होंने महान बल्लेबाज ब्रायन लारा और शिवनारायण चंद्रपॉल को पीछे छोड़ दिया था।
शतक बनाने में रिकॉर्ड दर रिकॉर्ड
जो रूट ने शतकों के मामले में भी अन्य दिग्गजों के साथ खड़े होने का गौरव प्राप्त किया है। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के स्टीव वॉ और स्टीव स्मिथ के साथ-साथ न्यूजीलैंड के केन विलियमसन की बराबरी कर ली है। अब उनके खाते में 32 टेस्ट शतक हैं और एक और शतक बनाते ही वह इंग्लैंड के पूर्व कप्तान एलेस्टर कुक की बराबरी कर लेंगे। इसके बाद एक और शतक लगाते ही वह इंग्लैंड के लिए सबसे ज्यादा टेस्ट शतक लगाने वाले बल्लेबाज बन जाएंगे।
महान खिलाड़ियों की सूची में शुमार होने का मौका
रूट के पास एक और शतक लगाने पर महान बल्लेबाज महेला जयवर्धने, ब्रायन लारा, सुनील गावस्कर और यूनुस खान को पार करने का मौका होगा। श्रीलंका के खिलाफ इस सीरीज में उन्हें कुल छह पारियां मिल सकती हैं जिसमें वह इन शिखरों को छूने की कोशिश करेंगे।
रनों के मामले में शीर्ष पांच में पहुंचने का लक्ष्य
जो रूट के पास श्रीलंका के खिलाफ सीरीज में टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाजों की सूची में शीर्ष पांच में पहुंचने का भी सुनहरा मौका होगा। इसके लिए उन्हें सीरीज में 445 रन बनाने होंगे। यदि वह ऐसा करने में सफल होते हैं तो वह एलेस्टर कुक को पीछे छोड़ते हुए इंग्लैंड के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज बन जाएंगे। फिलहाल कुक के नाम 12,472 रनों का रिकॉर्ड है।
रूट का अनुभव काम आएगा
श्रीलंका की टीम के खिलाफ इस सीरीज में इंग्लैंड की बल्लेबाजी क्रम में जो अनुभवहीनता नजर आ रही है, उसमें जो रूट का अनुभव बहुत कीमती साबित हो सकता है। 32 वर्षीय यह बल्लेबाज पहले भी कठिन परिस्थितियों में उभरकर सामने आया है और टीम को संभाला है। गेंदबाजों का सामना करते हुए उसके बेल्ट के नीचे इतने मैच और रन होते हैं कि उसके खेल में स्थायित्व और धैर्य देखने को मिलता है।
अपने नाम रिकॉर्ड करने का मौका
जो रूट के लिए यह सीरीज कई बड़े रिकॉर्ड अपने नाम करने का सुनहरा अवसर लाएगी। अपनी टीम को जीत दिलाने के साथ-साथ व्यक्तिगत उपलब्धियों को भी हासिल करने का जोश निश्चित रूप से उनके प्रदर्शन में दिखाई देगा। इस दौरान रूट की काबिलियत और धैर्य का परीक्षण भी होगा, जो उनके करियर को और भी भव्य बना सकता है। इस प्रकार रूट का हर शॉट, हर रन और हर शतक इंग्लैंड क्रिकेट के इतिहास में नई इबारत लिख सकता है।
प्रशंसकों की उम्मीदें और तैयारियाँ
इंग्लैंड की टीम के प्रशंसक बेसब्री से इस सीरीज का इंतजार कर रहे हैं। जो रूट के प्रदर्शन को देखने के लिए दर्शक उत्सुक हैं और उन्हें पूरा भरोसा है कि रूट अपनी शानदार फॉर्म को जारी रखते हुए नए उच्चाईयों को छूने में सफल होंगे।
निश्चित रूप से यह तीन मैचों की सीरीज अंग्रेज बल्लेबाज जो रूट के लिए महत्वपूर्ण होने वाली है, जहां वह नए रिकॉर्ड बनाने और अपनी कप्तानी के नए आयाम स्थापित करने के लिए मैदान में कदम रखेंगे।