प्रेस कॉन्फ्रेंस में नई दिशा का संकेत
बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (BCB) के नए अध्यक्ष फारूक अहमद ने अपनी पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस में हेड कोच चंडिका हथुरूसिंघे को लेकर बड़ा बयान दिया। अहमद ने कहा कि चंडिका हथुरूसिंघे को मुख्य कोच पद से हट जाना चाहिए। उन्होंने अपनी इस राय को बीसीबी अध्यक्ष का पद संभालने से पहले ही साफ कर दिया था।
अहमद का कहना रहा है कि उन्हें पहले चंडिका हथुरूसिंघे के अनुबंध की पूरी जानकारी लेनी होगी। बीसीबी के अध्यक्ष बनते ही अहमद ने अपने साथियों से बातचीत कर एक शॉर्टलिस्ट तैयार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। उनका मानना है कि टीम के लिए बेहतर विकल्प ढूंढने की कोशिश करनी चाहिए।
तमीम इकबाल की वापसी की चाह
फारूक अहमद ने यह भी जाहिर किया कि वह चाहते हैं कि दिग्गज बल्लेबाज तमीम इकबाल अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी करें। तमीम इकबाल ने 15 हजार से ज्यादा इंटरनेशनल रन बनाए हैं और फारूक का मानना है कि उनकी वापसी से टीम को मजबूती मिलेगी। पिछले साल तमीम ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लिया था, लेकिन बाद में अपने फैसले से मुकर गए थे और सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर हो गए थे।
तमीम की वापसी की चर्चा सिर्फ बीसीबी अध्यक्ष की सोच तक ही सीमित नहीं है। तमीम ने अंतिम बार सितंबर 2023 में बांग्लादेश के लिए खेला था, जिसके बाद उन्होंने बीपीएल और डीपीएल में हिस्सा लिया था। फारूक अहमद को उम्मीद है कि तमीम जल्द ही वापस लौटेंगे और टीम की सहायता करेंगे।
हथुरूसिंघे की कोचिंग पर विवाद
2016 में मुख्य चयनकर्ता के पद से इस्तीफा देने के बाद फारुक अहमद ने हथुरूसिंघे की कोचिंग पर सवाल खड़े किए थे। जब 2023 में हथुरूसिंघे को दूसरे कार्यकाल के लिए वापस लाया गया, तो फारुक उनमें से एक थे, जिन्होंने उनकी वापसी पर विरोध जताया था। हथुरूसिंघे का मौजूदा अनुबंध चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के अंत तक है।
ड्रेसिंग रूम में हथुरूसिंघे की कोचिंग के बाद अस्थिरता की खबरें भी आईं। तमीम इकबाल ने संन्यास ले लिया और शाकिब अल हसन ने मीडिया में तमीम पर हमला बोला। साथ ही एलन डोनाल्ड ने तेज गेंदबाजी कोच के रूप में अपनी पोस्ट छोड़ दी थी। बांग्लादेश का टी20 विश्व कप प्रदर्शन औसत दर्जे का रहा और अफगानिस्तान के खिलाफ सुपर 8 मैच में हथुरूसिंघे के निर्णय पर भी सवाल उठे थे।
शाकिब अल हसन की स्थिति का विश्लेषण
एक अन्य मुद्दा जो फारूक अहमद ने उठाया वह शाकिब अल हसन की स्थिति थी। शाकिब इस साल बांग्लादेश में खेलने के इच्छुक हैं या नहीं, इसे लेकर सवाल उठाए गए हैं। शाकिब अवामी लीग के सांसद थे और सरकार गिरने के बाद से कई मंत्रियों और सांसदों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि कुछ लोग कहीं छिपे हुए हैं। अवामी लीग की सरकार के हटने के बाद इन पर हिंसा का भी खतरा बन गया है।
आगे की राह
बीसीबी के नए अध्यक्ष फारूक अहमद की नियुक्ति के बाद बांग्लादेश क्रिकेट में एक नए युग की शुरुआत हो सकती है। चंडिका हथुरूसिंघे को हटाने की योजना और तमीम इकबाल की वापसी की चर्चा ने टीम को एक नया दिशा प्रदान करने की संभावना को जन्म दिया है।
फारूक अहमद ने यह भी संकेत दिए हैं कि टीम को सुदृढ़ और एकजुट करने के लिए और भी कई कदम उठाए जाएंगे। आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि बीसीबी इन निर्णयों को कैसे लागू करती है और कैसे बांग्लादेश क्रिकेट को एक नई दिशा देने का प्रयास करती है।