भूमिका और पृष्ठभूमि
साल 2023 भारतीय रेसलिंग के लिए काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा है। साल की शुरुआत जिस धरने से हुई, उसका असर साल के अंत तक देखने को मिला। यह असर यहां तक कि 2024 के पेरिस ओलंपिक पर भी स्पष्ट दिखाई दिया। भारत के प्रमुख ओलंपिक मेडलिस्ट बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक और वर्ल्ड चैंपियनशिप मेडलिस्ट विनेश फोगाट ने रेसलिंग फेडरेशन ऑफ़ इंडिया के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के खिलाफ एक महीने से भी ज्यादा समय तक दिल्ली के जंतर मंतर पर धरना दिया। तीनों पहलवानों ने इस धरने का नेतृत्व किया और बृजभूषण सिंह के खिलाफ यौन शोषण की शिकायत दर्ज कराई।
धरने का विवरण
यह धरना भारतीय रेसलिंग में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुआ। धरने के दौरान और उसके बाद तीनों पहलवानों की अलग-अलग दिनचर्या और करियर पर इसका खासा असर हुआ। धरना समाप्त होने के बाद साक्षी मलिक ने रिटायरमेंट की घोषणा की। बजरंग पुनिया अपने पुराने फॉर्म में वापसी नहीं कर पाए और पेरिस ओलंपिक के लिए कोटा हासिल नहीं कर सके। वहीं दूसरी ओर, विनेश फोगाट ने सर्जरी के बाद अपनी वापसी की और ओलंपिक के लिए कोटा हासिल किया।
तीनों पहलवानों की नेटवर्थ
अब, अगर हम इन तीनों पहलवानों की नेटवर्थ की बात करें तो इसके बारे में मीडिया में कई धारणा और अनुमान लगाए गए हैं। इन अनुमानों के अनुसार, साक्षी मलिक सबसे आगे नज़र आती हैं। उनकी कुल संपत्ति करीब 40 करोड़ रुपये है। वहीं बजरंग पुनिया की कुल संपत्ति लगभग 15 करोड़ रुपये है। विनेश फोगाट की कुल संपत्ति 36.5 करोड़ रुपये बताई गई है।
बजरंग पुनिया की नेटवर्थ
बजरंग पुनिया ने 2021 के टोक्यो ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। उनकी कमाई का सबसे बड़ा हिस्सा पहलवानी से आता है। मेडल्स के साथ-साथ उन्हें टूर्नामेंट्स जीतने पर भी राशि मिलती है। उन्हें सरकार और फेडरेशंस की ओर से भी अच्छी खासी राशि मिलती है। उन्होंने साल 2018 में रेसलिंग फेडरेशन के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में ए ग्रेड में शामिल थे, जिसके तहत उन्हें सालाना 30 लाख रुपये मिलते थे। साल 2019 में फोर्ब्स की लिस्ट में भी उनका नाम था और उस समय उनकी सालाना कमाई लगभग 2.5 करोड़ रुपये थी। टोक्यो ओलंपिक में मेडल जीतने के बाद उनकी कमाई में भी इजाफा हुआ और उन्हें हरियाणा सरकार, स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया और रेसलिंग फेडरेशन की ओर से करोड़ों की इनामी राशि मिली थी।
विनेश फोगाट की नेटवर्थ
विनेश फोगाट तीन बार की कॉमनवेल्थ चैंपियन हैं। माय खेल डॉट कॉम के अनुसार उनकी कुल संपत्ति 36.5 करोड़ रुपये है। उनकी आय के स्रोतों में कुश्ती करियर, ब्रांड एंडोर्समेंट और युवा मामले और खेल मंत्रालय से मिलने वाला वेतन शामिल है। फोगाट को खेल मंत्रालय से हर महीने लगभग 50,000 रुपये मिलते हैं और वह एक साल में लगभग छह लाख रुपए कमाती हैं। इसके अलावा, रेलवे में सरकारी नौकरी से भी विनेश को वेतन मिलता है। ब्रांड्स के साथ उनकी जुड़ाव की वजह से वह आर्थिक रूप से भी मजबूत हैं।
साक्षी मलिक की नेटवर्थ
साक्षी मलिक भारत की इकलौती महिला रेसलर हैं जिन्होंने ओलंपिक में मेडल जीता है। उनकी कुल संपत्ति करीब 40 करोड़ रुपये बताई गई है। 2016 के रियो ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीतने के बाद वह चर्चा में आईं। इसके बाद 2022 के कॉमनवेल्थ गेम्स में उन्होंने गोल्ड मेडल भी जीता। साक्षी पहले रेसलिंग फेडरेशन की ग्रेड बी में शामिल थीं, जहाँ उन्हें सालाना 20 लाख रुपये का करार मिला हुआ था, लेकिन दो साल पहले उन्हें इस सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर कर दिया गया था।
निष्कर्ष
साल 2023 भारतीय रेसलिंग के लिए चुनौतीपूर्ण रहा। इन मुश्किलों के बावजूद भारतीय पहलवानों ने अपनी दृढ़ता और समर्पण को दिशानिर्देश बनाने का प्रयास जारी रखा। जहां एक ओर विनेश फोगाट ने अपनी सर्जरी के बाद दमदार वापसी की, वहीं दूसरी ओर साक्षी मलिक ने रिटायरमेंट लेकर एक नया अध्याय शुरू किया। बजरंग पुनिया के लिए यह साल कठिन रहा क्योंकि वे पुरानी फॉर्म में वापसी नहीं कर सके। इन सबके बावजूद भारतीय रेसलिंग के भविष्य की संभावनाएं उज्ज्वल दिखाई देती हैं।