संपूर्ण करियर का पुनरावलोकन

वेस्टइंडीज के खिलाफ 3 मैचों की टेस्ट सीरीज के पहले मैच के बाद इंग्लैंड के दिग्गज तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन ने इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले लिया। 41 साल के इस अनुभवी गेंदबाज ने अपने करियर के दौरान अनेकों यादगार प्रदर्शन किए हैं जो हमेशा क्रिकेट प्रेमियों की स्मृतियों में रहेंगे। 188 टेस्ट मैचों में 704 विकेट लेकर इंग्लैंड के लिए सबसे अधिक विकेट लेने वाले तेज गेंदबाज का रिकॉर्ड उनके नाम हैं।

एंडरसन का लंबा टेस्ट करियर उनके अटूट समर्पण और मेहनत का प्रमाण है। उन्होंने 26.45 की औसत से 56.8 की स्ट्राइक रेट और 2.79 की इकॉनमी रेट के साथ 704 विकेट लिए। 7/42 के उनके सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी आंकड़े ना सिर्फ़ उनके कौशल को दर्शाते हैं बल्कि एक मैच विनर के रूप में उनकी छवि को भी मजबूत करते हैं।

इंग्लैंड में नई भूमिका

अपनी रिटायरमेंट के बाद भी एंडरसन इंग्लैंड के ड्रेसिंग रूम का हिस्सा बने रहेंगे। उन्हें इंग्लैंड टीम का बॉलिंग मेंटर नियुक्त किया गया है। बेन स्टोक्स की अगुआई वाली टीम को अलविदा कहने के बाद अब वह कोच ब्रेंडन मैकुलम की टीम का हिस्सा बन गए हैं।

मंगलवार, 16 जुलाई को पहली बार एंडरसन इस नई भूमिका में मैदान पर दिखे। वह इंग्लैंड के ट्रैक सूट में टीम के पूर्व साथियों और नए कोचिंग सहयोगियों के साथ मैदान पर कदम रखा। स्लिप कॉर्डन के लिए ब्रेंडन मैकुलम को ड्रिल में मदद करने से लेकर तेज गेंदबाजों मार्क वुड और डिल्लन पेनिंग्टन के साथ बारीकी से कार्य करने तक, उन्होंने अपने नए भूमिका की शुरुआत की। मैथ्यू पॉट्स की गेंदबाजी प्रैक्टिस में भी उन्होंने महत्वपूर्ण योगदान दिया।

टीम में बदलाव

इंग्लैंड ने हमेशा की तरह टेस्ट मैच शुरू होने से पहले ही प्लेइंग 11 घोषित कर दी। कप्तान बेन स्टोक्स ने टीम में केवल एक बदलाव किया है—जेम्स एंडरसन की जगह तेज गेंदबाज मार्क वुड को मौका मिला है। लॉर्ड्स टेस्ट में गस एटकिंसन ने डेब्यू किया था और वह भी एक सफल डेब्यू साबित हुआ, जहां उन्होंने 12 विकेट लिए थे। इस परिवर्तन के साथ, इंग्लैंड की टीम एक नए अध्याय की ओर बढ़ रही है, जबकि एंडरसन का अनुभव उनके मेंटर के रूप में टीम का मार्गदर्शन करेगा।

एंडरसन का रिकॉर्ड

एंडरसन का करियर क्रिकेट के इतिहास में बेहतरीन रिकॉर्ड्स से भरा हुआ है। 188 टेस्ट मैचों में 704 विकेट के साथ, वह तेज गेंदबाजों में सबसे अधिक विकेट लेने का रिकॉर्ड रखते हैं। उनके अलावा इंग्लैंड के ही साथी स्टुअर्ट ब्रॉड ने 600 से ज्यादा विकेट लिए हैं। एंडरसन ने सचिन तेंदुलकर के बाद टेस्ट क्रिकेट में दूसरे सबसे ज्यादा मैच खेले हैं—यह उनके लंबे और सफल करियर का संकेत है।

एंडरसन की गेंदबाजी की खासियत उनकी सटीकता, स्विंग और गति नियंत्रण में निहित थी। कई बल्लेबाज उनकी बॉलिंग को समझ नहीं पाते थे और वे एंडरसन के अगेंस्ट अपनी विकेट गंवाते थे। उनकी 7/42 की सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन इस बात का प्रमाण है कि जब वह अपने सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में होते थे तो बल्लेबाजी करने वाली टीम को लगातर मुश्किलों में डाल देते थे।

भावी योजनाएं

हालांकि एंडरसन ने सक्रिय क्रिकेट से संन्यास ले लिया है, उनकी नई भूमिका इंग्लैंड टीम के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। हमेशा से युवा खिलाड़ियों के लिए एक आदर्श रहे एंडरसन अब अपने अनुभवों का प्रयोग करके इंग्लैंड के युवा तेज गेंदबाजों को मार्गदर्शन देंगे। एंडरसन की कोचिंग और मेंटरशिप इंग्लैंड की टीम को अधिक सशक्त और प्रतिस्पर्धात्मक बना सकती है।

उनकी उपस्थिति मैदान और ड्रेसिंग रूम दोनों स्थानों पर सकारात्मक प्रेरणा का स्रोत बनेगी। कोच ब्रेंडन मैकुलम और कप्तान बेन स्टोक्स की सोच को एंडरसन की अनुभवशीलता के साथ जोड़कर इंग्लैंड की टीम भविष्य में और भी अच्छे प्रदर्शन करती सकती है।

By IPL Agent

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