जय शाह का बड़ा खुलासा
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने इस वर्ष सीनियर टीम के खिलाड़ियों के लिए कई महत्वपूर्ण नियम तैयार किए हैं। इन्हीं नियमों में सबसे अधिक चर्चा घरेलू क्रिकेट खेलने के अनिवार्यता को लेकर हो रही है। बोर्ड ने स्पष्ट कर दिया था कि सीनियर टीम से बाहर होने वाले खिलाड़ियों को घरेलू क्रिकेट खेलना होगा। लेकिन भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा और अनुभवी खिलाड़ी विराट कोहली को इस नियम से छूट दी गई है। बीसीसीआई सचिव जय शाह ने इस निर्णय के पीछे की वजह बताते हुए साथ ही यह भी जानकारी दी कि उन्होंने ओलंपिक मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा को क्या विशेष सलाह दी है।
घरेलू क्रिकेट से क्यों मिली छूट?
रोहित शर्मा और विराट कोहली ने दलीप ट्रॉफी में न खेलने का फैसला किया था, जिससे सवाल उठने लगे कि उन्हें ऐसा क्यों करने दिया गया। इसी पर प्रतिक्रिया देते हुए जय शाह ने एक मीडिया कार्यक्रम में कहा, “विराट और रोहित को छोड़कर बाकी सभी खेल रहे हैं। आपको यह देखना चाहिए कि इशान किशन और श्रेयस अय्यर बुची बाबू टूर्नामेंट खेल रहे हैं। हम रोहित और कोहली जैसे खिलाड़ियों को दलीप ट्रॉफी खेलने के लिए मजबूर नहीं कर सकते। इंजरी का खतरा रहता है। आप ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड को देखिए, उनके सभी अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी घरेलू क्रिकेट नहीं खेलते हैं। हमें खिलाड़ियों को इज्जत देनी चाहिए।”
नीरज चोपड़ा के लिए विशेष ऑफर
जय शाह ने यहां यह भी खुलासा किया कि हाल ही में उन्होंने ओलंपिक मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा को एक विशेष ऑफर दिया है। बीसीसीआई सचिव ने बताया कि नेशनल क्रिकेट अकेडमी (NCA) में तीन नई ग्राउंड, 100 नई पिच, और 45 इनडोर टर्फ बनाए गए हैं। यह अकेडमी सिर्फ क्रिकेटर्स ही नहीं बल्कि भारत के अन्य खिलाड़ियों के लिए भी है। जय शाह ने नीरज चोपड़ा को यह ऑफर भी दिया।
एनसीए के विकास पर विचार
एनसीए के बारे में जय शाह ने कहा, “हमारे पास जो है, हम उसका पूरा फायदा उठाना चाहते हैं। हमें यह जमीन 2008 में मिली लेकिन मुझसे पहले किसी ने उसका इस्तेमाल नहीं किया। मैं खुशकिस्मत हूं कि मुझे यह करने का मौका मिला। यह दुर्भाग्यपूर्ण था कि हमें चिन्नास्वामी स्टेडियम से एनसीए चलाना पड़ा। हम फाइनेंस में नंबर वन हैं, मार्केटिंग में नंबर वन हैं, और अब हम क्रिकेट में भी नंबर वन हैं।”
समग्र दृष्टिकोण
इस निर्णय का उद्देश्य मुख्य रूप से खिलाड़ियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और उनके शरीर को ज्यादा समय तक फिट रखना है ताकि वे ज्यादा लंबे समय तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सकें। जय शाह का यह कदम अन्य देशों में चल रही प्रथाओं की ओर भी इशारा करता है, जहां अधिकांश अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी घरेलू क्रिकेट में नियमित रूप से भाग नहीं लेते हैं।
जय शाह की इस पहल से जहां एक ओर रोहित शर्मा और विराट कोहली को राहत मिली है, वहीं दूसरी ओर अन्य खिलाड़ियों को घरेलू क्रिकेट में प्रदर्शन करने का मौका मिला है। इस निर्णय ने भारतीय क्रिकेट में एक नया दृष्टिकोण पेश किया है, जिससे भविष्य में अन्य खिलाड़ियों को भी लाभ मिल सकता है।
खिलाड़ियों की सुरक्षा और फिटनेस पर जोर
आखिरकार, बीसीसीआई का यह निर्णय खिलाड़ियों की सुरक्षा और फिटनेस को प्राथमिकता देता है। इंजरी के खतरों को ध्यान में रखते हुए, बोर्ड ने इस बात का पूरा ख्याल रखा है कि कैसे खिलाड़ीयों को अंतरराष्ट्रीय मंच पर बेहतर प्रदर्शन करने के लिए तैयार किया जाए। इस संदर्भ में, जय शाह का कहना है कि, “हम अपने खिलाड़ियों को अनावश्यक रूप से जोखिम में नहीं डाल सकते। उनकी सेहत और फिटनेस हमारे लिए सबसे महत्वपूर्ण हैं।”
इस प्रकार, जय शाह की यह पहल भारतीय क्रिकेट के भविष्य को सुरक्षित रखने की दिशा में एक बड़ा कदम है। इससे खिलाड़ियों में कार्य हीनता और बेजान सीजन से बचने में भी मदद मिलेगी।
जय शाह के इस बयान के बाद यह साफ हो गया है कि बीसीसीआई खिलाड़ियों की सुरक्षा और उनके फिटनेस पर ध्यान दे रही है। यह एक स्वागत योग्य पहल है जो आगे चलकर भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी।