रिंकू सिंह, जो भारतीय क्रिकेट के उभरते सितारे हैं, ने खुद बताया कि उन्हें इस बार दलीप ट्रॉफी में क्यों नहीं चुना गया। पिछले रणजी ट्रॉफी सीजन में उत्तर प्रदेश के लिए बल्ले से खराब प्रदर्शन के कारण रिंकू सिंह को चयनकर्ताओं द्वारा नजरअंदाज किया गया। 5 सितंबर से शुरू होने वाली दलीप ट्रॉफी के लिए बीसीसीआई ने चार टीमों का ऐलान किया, जिसमें कुल 61 खिलाड़ियों का चयन हुआ, लेकिन रिंकू उनमें शामिल नहीं थे।
खराब प्रदर्शन बनी वजह
2023-24 के रणजी ट्रॉफी सीजन में रिंकू सिंह ने उत्तर प्रदेश के लिए सिर्फ तीन मैच खेले। इन तीन मैचों में उन्होंने केवल एक अर्धशतक लगाया और उनका औसत 42.66 रहा, जिसमें उन्होंने कुल 128 रन बनाए। इस प्रदर्शन के चलते चयनकर्ताओं ने उन्हें नजरअंदाज कर दिया। अपने खराब फॉर्म को खुद स्वीकारते हुए रिंकू ने स्पोर्ट्स टुडे से कहा, “मैंने घरेलू सत्र में उतना अच्छा प्रदर्शन नहीं किया। मैंने रणजी ट्रॉफी में ज्यादा मैच नहीं खेले, मैंने 2-3 मैच खेले। मेरा चयन इसलिए नहीं हुआ क्योंकि मैंने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया था।”
प्रथम श्रेणी का शानदार रिकॉर्ड
हालांकि, एक खराब सीजन के बावजूद, रिंकू सिंह का प्रथम श्रेणी रिकॉर्ड बेहद शानदार है। उन्होंने 47 प्रथम श्रेणी मैचों में 54.70 की औसत से रन बनाए हैं। यह औसत उन्हें घरेलू क्रिकेट में एक प्रमुख बल्लेबाज बनाता है, लेकिन हालिया फॉर्म के संकट के कारण वे दलीप ट्रॉफी की दौड़ में पिछड़ गए।
विज्ञाक्तक टी20 विशेषज्ञ?
जब रिंकू से पूछा गया कि क्या उन्हें केवल टी20 विशेषज्ञ के रूप में देखा जाता है, तो उन्होंने इस पर कोई चिंता व्यक्त नहीं की। उनका कहना था, “कोई चिंता की बात नहीं। मुझे जो भी मौके मिल रहे हैं, मैं उनसे खुश हूं। जब मुझे वनडे या टेस्ट के लिए चुना जाएगा, तो यह मेरे लिए बहुत बड़ी बात होगी। मुझे अभी जो भी खेलने को मिल रहा है, मैं खेल रहा हूं।”
गौरतलब है कि इस साल की शुरुआत में रिंकू को टी20 वर्ल्ड कप टीम में भी नहीं चुना गया था। यह भी संकेत करता है कि शायद चयनकर्ता उन्हें अभी उस स्तर पर नहीं मानते जहां वह घरेलू क्रिकेट में लगातार प्रदर्शन कर सकते हैं।
दलीप ट्रॉफी के लिए चयनित टीमें
बीसीसीआई द्वारा दलीप ट्रॉफी के लिए घोषित चार टीमें इस प्रकार हैं:
*टीम ए:*
कप्तान: शुभमन गिल
मुख्य खिलाड़ी: मयंक अग्रवाल, रियान पराग, ध्रुव जुरेल, केएल राहुल, तिलक वर्मा, शिवम दुबे, तनुश कोटियन, कुलदीप यादव, आकाश दीप, प्रसिद्ध कृष्णा, खलील अहमद, आवेश खान, विद्युत कावेरप्पा, कुमार कुशाग्र, शास्वत रावत।
*टीम बी:*
कप्तान: अभिमन्यु ईश्वरन
मुख्य खिलाड़ी: यशस्वी जयसवाल, सरफराज खान, ऋषभ पंत, मुशीर खान, नितीश कुमार रेड्डी, वाशिंगटन सुंदर, रविंद्र जडेजा, मोहम्मद सिराज, यश दयाल, मुकेश कुमार, राहुल चाहर, आर साई किशोर, मोहित अवस्थी, एन जगदीसन (विकेटकीपर)।
*टीम सी:*
कप्तान: ऋतुराज गायकवाड़
मुख्य खिलाड़ी: साई सुदर्शन, रजत पाटीदार, अभिषेक पोरेल (विकेटकीपर), सूर्यकुमार यादव, बाबा इंद्रजीत, रितिक शौकीन, मानव सुतार, उमरान मलिक, विशाक विजयकुमार, अंशुल कम्बोज, हिमांशु चौहान, मयंक मारकंडे, आर्यन जुयाल (विकेटकीपर), संदीप वारियर।
*टीम डी:*
कप्तान: श्रेयस अय्यर
मुख्य खिलाड़ी: अथर्व तायडे, यश दुबे, देवदत्त पडिक्कल, इशान किशन (विकेटकीपर), रिकी भुई, सारांश जैन, अक्षर पटेल, अर्शदीप सिंह, आदित्य ठाकरे, हर्षित राणा, तुषार देशपांडे, आकाश सेनगुप्ता, केएस भरत (विकेटकीपर), सौरभ कुमार।
निष्कर्ष
रिंकू सिंह का दलीप ट्रॉफी में चयन न होना उनके लिए एक निराशाजनक क्षण हो सकता है, लेकिन वह इस चुनौती को स्वीकारते हुए अपनी कमियों को सुधारने की कोशिश करेंगे। उन्हें उम्मीद है कि उनके आगामी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शन में सुधार होगा, जिससे वह फिर से भारतीय चयनकर्ताओं की नजर में आ सकेंगे। उनके प्रथम श्रेणी रिकॉर्ड को देखते हुए, उनकी वापसी का अंदाज व्यापार से किया जा सकता है, लेकिन यह समय ही बताएगा कि वह कैसे अपनी फॉर्म को वापस पाते हैं।
इस बीच, दलीप ट्रॉफी की प्रतियोगिता रोमांचक साबित होगी और यह देखना दिलचस्प होगा कि कौन-कौन से खिलाड़ी अपनी जगह मजबूत कर पाते हैं।