श्रेयस अय्यर की परीक्षा

भारतीय क्रिकेट टीम के शीर्ष बल्लेबाजों में से एक, श्रेयस अय्यर, इस समय बुची बाबू टूर्नामेंट में मुंबई का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। सरफराज खान की कप्तानी में खेलते हुए, अय्यर के प्रदर्शन को लेकर कई आशाएं थीं, खासकर जब वे भारतीय टेस्ट टीम में वापसी करने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि, उनकी एक पुरानी कमजोरी—शॉर्ट बॉल खेलने में असमर्थता—फिर से सामने आई है।

शॉर्ट बॉल का कहर

श्रेयस अय्यर के करियर में, शॉर्ट बॉल उनके लिए एक बड़ी चुनौती बनी हुई है। वे किसी भी प्रारूप में इस विशेष गेंद के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन करने में विफल रहे हैं। बार-बार उन्हें शॉर्ट बॉल पर आउट होते देखा गया है, और इसके चलते उन्हें महत्वपूर्ण मैचों में भी आउट होते देखा गया है। इस कमजोरी ने न सिर्फ उनकी प्रतिष्ठा को चोट पहुंचाई है, बल्कि कई महत्वपूर्ण अवसर भी उनसे छीन लिए हैं।

टेस्ट टीम में वापसी की कोशिश

अपने डेब्यू टेस्ट मैच में शतकीय पारी खेलकर श्रेयस ने खूब वाहवाही बटोरी थी। हालांकि, वे इंग्लैंड के खिलाफ दो टेस्ट मैचों के बाद टीम से बाहर हो गए। उनके स्कोर दोनों मैचों में बहुत दमदार नहीं रहे थे—35, 13, 27, और 29 रन की पारियां खेली थीं। लेकिन अब, अपनी वापसी के लिए बुची बाबू टूर्नामेंट में खेलने का निर्णय उन्होंने लिया है।

मुंबई के खिलाफ प्रदर्शन

तमिलनाडु क्रिकेट एसोसिएशन XI के खिलाफ जारी मैच में श्रेयस अय्यर की बल्लेबाजी एक बार फिर आलोचनाओं के घेरे में आ गई। श्री रामकृष्ण कॉलेज क्रिकेट ग्राउंड में खेले जा रहे इस मैच में अय्यर ने पहली पारी में रन बनाने में दिक्कतें झेलीं और दूसरी पारी में जल्दी आउट हो गए। एक बार फिर शॉर्ट-बॉल पर वे आउट हुए, जिससे उनकी वही पुरानी कमजोरी सामने आ गई।

तमिलनाडु के गेंदबाज का फायदा

दूसरी पारी में तमिलनाडु के गेंदबाज ने श्रेयस की कमजोरी का फायदा उठाया और बाउंसर गेंद पर उन्हें आउट कर दिया। श्रेयस ने पुल शॉट खेलने की कोशिश की, लेकिन बॉल सर्कल के अंदर कैच हो गई और वे सिर्फ 22 रन बनाकर आउट हो गए। इस सिटुएशन ने मुंबई की टीम को दवाब में डाल दिया।

आलोचनाएं और भविष्य

श्रेयस अय्यर की इस परफॉर्मेंस ने कई आलोचनाएं खड़ी कर दी हैं। उनकी स्थिति ऐसे में और खराब हो जाती है, जब उन्हें भारतीय टेस्ट टीम में वापसी करने के लिए अच्छा प्रदर्शन करने की अत्यंत आवश्यकता है। यदि वे अपनी इस कमजोरी पर काबू नहीं पाते हैं, तो उनकी वापसी कठिन हो सकती है।

अगला मौका: दलीप ट्रॉफी

हालांकि, अय्यर के पास अभी भी एक अवसर है। उनके पास दलीप ट्रॉफी 2024 में अच्छा प्रदर्शन करके खुद को साबित करने का मौका है। वे टीम डी का हिस्सा हैं और वहाँ अपने बल्ले से रन बनाकर खुद को साबित कर सकते हैं। अगर वे यहां असफल होते हैं, तो उनके टेस्ट टीम में वापसी के अवसर कम हो सकते हैं।

निष्कर्ष

श्रेयस अय्यर के करियर में शॉर्ट बॉल खेल पाना एक महत्वपूर्ण पहलू बन गया है। बुची बाबू टूर्नामेंट में उनके खराब प्रदर्शन ने एक बार फिर उनकी इस कमजोरी को उजागर कर दिया। अब देखना होगा कि वे आने वाले टूर्नामेंट्स में कैसे प्रदर्शन करते हैं और क्या वे भारतीय टेस्ट टीम में अपनी जगह फिर से बना पाते हैं या नहीं।

उनकी इस कमजोरी ने एक बार फिर चर्चा को गर्म कर दिया है और क्रिकेट प्रशंसकों के बीच कई सवाल खड़े कर दिए हैं। आने वाला समय ही बताएगा कि श्रेयस अपनी इस कमजोरी पर काबू पा पाते हैं या नहीं और क्या वे भारतीय टेस्ट टीम में वापसी करने में सफल होते हैं।

By IPL Agent

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