उच्च कूद में हामिश केर ने जीता स्वर्ण
पेरिस ओलंपिक 2024 में न्यूजीलैंड के हामिश केर ने शनिवार (10 अगस्त) को पुरुषों की ऊंची कूद स्पर्धा (men’s high jump) में 2.36 मीटर की कूद लगाकर स्वर्ण पदक जीता। अपनी इस शानदार सफलता के साथ केर ने न्यूजीलैंड के लिए इस विशेष स्पर्धा में पहला स्वर्ण पदक सुनिश्चित किया। हामिश केर और अमेरिकी एथलीट शेल्बी मैकएवेन के बीच इस मुकाबले में बेहद कड़ी टक्कर देखने को मिली, जो खेल प्रेमियों के लिए अत्यन्त रोमांचक रही।
टाई के बाद सडेन डेथ राउंड
हालांकि, दोनों एथलीट अपने तीन प्रयासों में 2.38 मीटर की कूद पूरा कर पाने में असफल रहे। ऐसी स्थिति में मुकाबला टाई हो गया। टोक्यो ओलंपिक में कतर के मुताज बार्शिम और इटली के जियानमार्को तांबी ने एक-दूसरे के साथ गोल्ड मेडल शेयर किया था। लेकिन इस बार पेरिस में अमेरिकी एथलीट शेल्बी मैकएवेन ने न्यूजीलैंड के हामिश केर के साथ गोल्ड मेडल शेयर करने से इनकार कर दिया। यही नहीं, दोनों एथलीट्स 2.38 मीटर की छलांग का परिणाम हासिल नहीं कर पाए।
ऐसे में, परिणाम अंत में सडेन डेथ राउंड से तय किया गया। बार को घटाकर 2.36 मीटर कर दिया गया, परंतु दोनों एथलीट इसपर भी सफल नहीं हो सके। इसके बाद, बार को और घटाकर 2.34 मीटर किया गया।
रेस और कूद के बीच संघर्ष और धैर्य
यह इवेंट काफी लंबा चला। इस दौरान मेंस 4×400 मीटर रिले के लैप्स भी चालू थे। 8 रनर तेजी से अपनी-अपनी रेस पूरी कर रहे थे। इन सबके बावजूद, मैकएवेन ने रिले खत्म होने का इंतजार नहीं किया और 2.34 मीटर की कूद का प्रयास किया, लेकिन वे असफल रहे। उनके इस जल्दबाजी ने उन्हें भारी नुकसान पहुँचाया। दूसरी ओर, हामिश केर ने समझदारी दिखाते हुए रिले खत्म होने का इंतजार किया और सबसे पहले 2.34 मीटर की बाधा आसानी से पार की।
फ्लाइंग कीवी का शानदार प्रदर्शन
इसी सफलता के बाद, हामिश केर ने तेज दौड़ लगाई और स्टेडियम के बीच में हाथ फैलाते हुए खड़े हो गए। स्टेडियम में मौजूद 70 हजार दर्शकों ने उनके इस शानदार प्रदर्शन पर जोरदार तालियाँ बजाई। न्यूजीलैंड के इस एथलीट को “फ्लाइंग कीवी” के नाम से जाना जाता है और उन्होंने इस नाम को पूर्ण रूप से चरितार्थ किया।
अन्य पदक विजेता
गत चैंपियन कतर के मुताज बार्शिम ने 2.34 मीटर की कूद के साथ कांस्य पदक जीता। जबकि, किडनी की बीमारी से पीड़ित इटली के जियानमार्को तांबी 2.27 मीटर की दूरी पार करने में असफल रहने के कारण शुरुआत में ही दौड़ से बाहर हो गए।
धैर्य और सूझबूझ की जीत
इस इवेंट में हामिश केर की जीत ने यह साबित कर दिया कि धीरज और सूझबूझ एथलीट को सफलता की ऊंचाई पर पहुंचा सकते हैं। केर ने अपनी शांति और धैर्य से परिस्थिति का आकलन करके सही समय पर छलांग लगाई और इसके बल पर उन्होंने जीत दर्ज की। दूसरी ओर, मैकएवेन की जलदबाजी ने उन्हें गोल्ड मेडल से महरूम कर दिया।
यह मुकाबला खेल प्रेमियों के लिए एक बड़ी सीख है कि खेलने की केवल शारीरिक शक्ति और कौशल ही नहीं, मानसिक धैर्य और समझदारी भी अत्यन्त महत्वपूर्ण होती है। हामिश केर की इस सफलता ने न्यूजीलैंड के खेल इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ा और यह जीत उनके राष्ट्र के खेल प्रेमियों को लंबे समय तक गर्व और प्रेरणा देगी।