पेरिस ओलंपिक का समापन

पेरिस ओलंपिक अब अपने आखिरी पड़ाव पर पहुंच गया है। 11 अगस्त को टूर्नामेंट की क्लोजिंग सेरेमनी का आयोजन होगा। यह ओलंपिक विभिन्न खेलों, प्रतिस्पर्धाओं और यादगार पलों का संग्रह रहा। समापन समारोह में जहां पूरे विश्व के खिलाड़ी अपनी परफॉरमेंस का जश्न मनाएंगे, वहीं भारतीय दल के ध्वजवाहक का चयन करना एक महत्वपूर्ण निर्णय था। भारतीय शूटर मनु भाकर महिला ध्वजवाहक होंगी, वहीं पुरुषों में यह जिम्मेदारी भारतीय हॉकी टीम के गोलकीपर पीआर श्रीजेश संभालेंगे।

नीरज चोपड़ा का महान निर्णय

अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष पीटी ऊषा ने बताया कि यह जिम्मेदारी पहले सिल्वर मेडलिस्ट एथलीट नीरज चोपड़ा को देने का फैसला किया गया था, लेकिन आखिर में फैसला बदल दिया गया। पीटी उषा ने इस बदलाव के पीछे का कारण भी स्पष्ट किया है। उन्होंने कहा, ‘जब श्रीजेश को ध्वजवाहक के रूप में चुना गया था तो वो भावुक हो गए थे। पहले हमने पुरुष ध्वजवाहक के लिए नीरज चोपड़ा से बात की थी, लेकिन उन्होंने श्रीजेश का नाम आगे कर दिया था। यह दिखाता है कि नीरज के दिल में श्रीजेश के लिए कितना सम्मान है।’ नीरज ने खुद ही अपने बयान में कहा, ‘अगर आप मुझसे न भी कहतीं तो भी मैं आपसे श्री भाई को ध्वजवाहक बनाने को कहता।’

पीआर श्रीजेश का समर्पण

पीआर श्रीजेश ने इस ओलंपिक से पहले ही अपने संन्यास का ऐलान कर दिया था। गुरुवार को खेला गया ब्रॉन्ज मेडल मैच उनके करियर का आखिरी मैच था। भारत ने इस मैच में स्पेन को 3-2 से हराकर ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया था। श्रीजेश का यह अंतिम मैच उनके शानदार करियर का समापन था, जो वे अपनी टीम को ब्रॉन्ज मेडल दिलाकर सफलतापूर्वक पूरा किया। क्लोजिंग सेरेमनी में उनके साथ शेफ-डी-मिशन गगन नारंग और भारतीय दल भी शामिल होगा।

मनु भाकर का ऐतिहासिक प्रदर्शन

भारतीय निशानेबाज मनु भाकर के लिए यह ओलंपिक काफी ऐतिहासिक रहा। उन्होंने 10 मीटर एयर पिस्टल के इवेंट में और 10 मीटर मिक्सड पिस्टल के इवेंट में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। मनु ने अपने प्रदर्शन से पूरे देश का नाम रोशन किया है। वह एक ओलंपिक में दो पदक जीतने वाली एकमात्र भारतीय खिलाड़ी हैं। वहीं, वह तीसरी ऐसी भारतीय खिलाड़ी बनी थीं जिनके नाम दो ओलंपिक मेडल हैं। मनु भारत लौट चुकी थीं, लेकिन क्लोजिंग सेरेमनी के लिए फिर से पेरिस जाएंगी।

समापन समारोह की तैयारियाँ

11 अगस्त को होने वाले समापन समारोह की तैयारियाँ जोरों पर हैं। इसमें सिर्फ खिलाड़ियों के उत्कृष्ट प्रदर्शन की सराहना ही नहीं, बल्कि उनके संघर्ष और धैर्य को भी श्रद्धांजलि दी जाएगी। सेरेमनी का आयोजन पूरी भव्यता के साथ करने की योजना बनाई जा रही है, जिसमें विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम और देश-विदेश के प्रमुख अतिथि शामिल होंगे। आयोजकों का कहना है कि यह समारोह सभी खिलाड़ियों के लिए खास यादगार बनेगा।

भारत के लिए गौरव का क्षण

ओलंपिक में भारतीय दल ने अपने प्रर्दशन से दुनिया को दिखा दिया है कि भारत अब खेलों में भी विश्व पटल पर अपना परचम लहरा सकता है। नीरज चोपड़ा के बड़े दिल और श्रीजेश का समर्पण भारतीय खेल की मूल्यवान धरोहरें हैं। यह ओलंपिक भारतीय खेल इतिहास में एक सुनहरे पन्ने के रूप में दर्ज किया जाएगा।

इस निर्णय ने यह स्पष्ट किया कि भारतीय खिलाड़ियों में कितना बढ़िया सामंजस्य और एक-दूसरे के प्रति आदर है। ओलंपिक का समापन तो हो जाएगा, लेकिन इस ओलंपिक ने जो प्रेरणा और नए खिलाड़ी दिए हैं, वे लंबे समय तक याद किए जाएंगे।

क्लोजिंग सेरेमनी के लिए भारतीय दल पूरी तैयारी में है। शेफ-डी-मिशन गगन नारंग और टीम का संयुक्त प्रयास इस कार्यक्रम को सफल बनाने में पूरा योगदान देगा। यह समापन समारोह न केवल एक औपचारिकता होगी, बल्कि भारतीय खेलों के भविष्य के लिए एक नई दिशा और उम्मीद भी प्रस्तुत करेगा।

यह ओलंपिक भारतीय खेल प्रेमियों के दिलों में एक विशेष स्थान रखेगा और सभी खिलाड़ियों के लिए बहुत बड़ी प्रेरणा बनेगा।

By IPL Agent

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