आईओसी की सदस्यता में दूसरी बार निर्वाचित
रिलायंस फाउंडेशन की फाउंडर और चेयरपर्सन नीता अंबानी एक बार फिर से इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी (आईओसी) की सदस्य बन गई हैं। यह उनका दूसरा कार्यकाल होगा, जो उन्होंने सर्वसम्मति से 2016 के बाद हासिल किया है। इस प्रक्रिया में कुल 93 वोट डाले गए और सभी ने नीता अंबानी के पक्ष में मतदान किया। यह प्रतिष्ठा न सिर्फ उनके लिए बल्कि भारतीय खेल जगत के लिए भी गर्व का क्षण है।
इस महत्वपूर्ण अवसर पर नीता अंबानी ने कहा, “मैं आईओसी के सदस्य के रूप में फिर से चुने जाने पर बहुत सम्मानित महसूस कर रही हूं। मैं प्रेसिडेंट बाख और आईओसी में अपने सभी सहयोगियों को मुझ पर विश्वास और भरोसे के लिए धन्यवाद देना चाहती हूं।”
भारतीय खेलों में नीता अंबानी का योगदान
नीता अंबानी और रिलायंस फाउंडेशन का भारतीय खेलों में अत्यधिक योगदान है। उनके नेतृत्व के चलते भारत को 40 साल की प्रतीक्षा के बाद इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी की वार्षिक बैठक की मेजबानी प्राप्त हुई थी। पिछले साल मुंबई के जियो वर्ल्ड सेंटर में इस बैठक का आयोजन हुआ था, जो अंबानी परिवार की ही पहल थी। नीता अंबानी के नेतृत्व में ही पेरिस ओलंपिक में पहली बार भारतीय खिलाड़ियों के लिए इंडिया हाउस भी बनाया गया है। यह इंडिया हाउस भारतीय खिलाड़ियों, समर्थकों और दर्शकों के लिए एक महत्वपूर्ण स्थान बना हुआ है।
इंडियन सुपर लीग और फुटबॉल में निवेश
इंडियन सुपर लीग, जो भारत की फर्स्ट डिविजन फुटबॉल लीग है, वह भी रिलायंस इंडस्ट्रीज ग्रुप के सहयोग से आयोजित की जाती है। साल 2010 में इस लीग के लिए रिलायंस, एआईएफएफ और आईएमजी के बीच 700 करोड़ रुपए की डील हुई थी। 2013 में इस लीग की शुरुआत हुई और मौजूदा समय में इसमें 13 टीमें शामिल हैं। इस लीग का उद्देश्य देश में फुटबॉल खेल को बढ़ावा देना और युवा खिलाड़ियों को एक प्लेटफार्म प्रदान करना है।
क्रिकेट में अंबानी परिवार की भूमिका
दुनिया की सबसे बड़ी टी20 लीग, इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में भी रिलायंस फाउंडेशन की महत्वपूर्ण भूमिका है। नीता अंबानी और उनका ग्रुप मुंबई इंडियंस टीम के मालिक हैं। यह टीम पांच बार आईपीएल की ट्रॉफी जीत चुकी है और लीग की सबसे कामयाब टीमों में शामिल है। अंबानी परिवार का क्रिकेट प्रेम और खिलाड़ियों की प्रेरणा ने मुंबई इंडियंस को एक सफल टीम बना दिया है।
रिलायंस फाउंडेशन एथलीट स्कॉलरशिप प्रोग्राम
रिलायंस फाउंडेशन एथलीट स्कॉलरशिप प्रोग्राम ने कई जरूरतमंद एथलीट्स की मदद की है। इस प्रोग्राम के तहत खिलाड़ी न सिर्फ शारीरिक प्रशिक्षण और कोचिंग का खर्च उठा सकते हैं बल्कि उन्हें अलग-अलग देशों में ट्रेनिंग के लिए भी भेजा जाता है। टोक्यो ओलंपिक ब्रॉन्ज मेडलिस्ट निकहत जरीन, एशियन गेम्स मेडलिस्ट किशोर जेना और ज्योति यर्राजी और टेबल टेनिस स्टार मनिका बत्रा जैसे खिलाड़ी इस प्रोग्राम से लाभान्वित हुए हैं।
नीता अंबानी की व्यक्तिगत संपत्ति
नीता अंबानी न सिर्फ देश के सबसे अमीर बिजनेसमैन मुकेश अंबानी की पत्नी हैं, जिनकी नेटवर्थ 7.65 लाख करोड़ रुपए है, बल्कि उनकी अपनी भी व्यक्तिगत संपत्ति बहुत अधिक है। नीता अंबानी की नेटवर्थ 25 हजार करोड़ रुपए के आसपास है। वह नीता धीरूभाई अंबानी इंटरनेशनल स्कूल की चेयरपर्सन भी हैं और साथ ही रिलायंस इंडस्ट्रीज के बोर्ड में भी शामिल हैं।
नीता अंबानी का आईओसी के सदस्य के रूप में पुनः चुना जाना न सिर्फ उनके व्यक्तिगत जीवन की उपलब्धि है बल्कि यह भारतीय खेल महाशक्ति की दृढ़ता और संकल्प को भी दर्शाता है। भारतीय खेल क्षेत्र में उनके योगदान को देखते हुए यह कहना गलत नहीं होगा कि उनकी भूमिका आने वाले वर्षों में भी इसी प्रकार महत्वपूर्ण बनी रहेगी।