वर्तमान कप्तानी संरचना
इस वक्त भारतीय टी20 टीम के कप्तान सूर्यकुमार यादव हैं तो वहीं वनडे और टेस्ट टीम की कमान रोहित शर्मा के हाथों में है। इसके अलावा भारतीय टी20 और वनडे टीम के उप-कप्तान शुभमन गिल हैं और उम्मीद की जा रही है कि वह टीम इंडिया के फ्यूचर कप्तान हो सकते हैं। लेकिन इस मामले में भारतीय टीम के पूर्व विकेटकीपर-बल्लेबाज दिनेश कार्तिक की राय कुछ अलग है।
बुमराह के कप्तानी की संभावनाएँ
दिनेश कार्तिक से जब पूछा गया कि क्या जसप्रीत बुमराह भविष्य में भारतीय टीम के कप्तान हो सकते हैं तो इस पर उन्होंने अपनी राय सबके सामने रखी। आपको बता दें कि बुमराह ने टेस्ट और टी20 दोनों में भारतीय टीम की अगुआई की है। उन्होंने भारत के लिए साल 2022 में इंग्लैंड के खिलाफ एक टेस्ट मैच में कप्तानी की थी और इसके बाद चोट के कारण लंबे समय तक मैदान से बाहर रहने के बाद वापसी करते हुए आयरलैंड के खिलाफ भारतीय टीम की अगुआई की और सीरीज 2-0 से जीती थी।
चयनकर्ताओं के सामने चुनौती
कई क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना है कि बुमराह में टीम इंडिया के कप्तान बनने की पूरी क्षमता है, लेकिन दिनेश कार्तिक ने क्रिकबज से बात करते हुए कहा कि चयनकर्ताओं के लिए सबसे बड़ा सवाल यह सुनिश्चित करना है कि बुमराह खेल के सभी प्रारूपों में लगातार खेलने के लिए फिट हैं। हालांकि उन्होंने इस बात पर अपनी सहमति जताई कि भारतीय तेज गेंदबाज बुमराह में एक बेहतरीन कप्तान बनने के सभी गुण मौजूद हैं।
बुमराह की फिटनेस और उनकी भूमिका
कार्तिक ने बुमराह के बारे में कहा कि, “सब कुछ सही है… वो शांत और परिपक्व हैं, लेकिन वो एक तेज गेंदबाज हैं और हमें यह देखना होगा कि हम उन्हें तीनों फॉर्मेट में कैसे खिला सकते हैं। चयनकर्ताओं के सामने यही सबसे बड़ा सवाल होगा।” कार्तिक का मानना है कि बुमराह जैसे तेज गेंदबाज की फिटनेस पर नजर रखने की जरूरत है और उन्हें एक खिलाड़ी के तौर पर सुरक्षित रखने की जरूरत है, और उन्हें महत्वपूर्ण मैचों में खेलने का मौका दिया जाना चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि, “मैं बुमराह के बारे में यह बात कहता रहता हूं कि वह कोहिनूर हीरे की तरह हैं। हमें उनकी सुरक्षा करनी होगी, उनका ख्याल रखना होगा और यह सुनिश्चित करना होगा कि वह जितना हो सके लंबे समय तक टिके रहें क्योंकि बुमराह जब भी किसी भी प्रारूप में खेलते हैं तो वह प्रभाव छोड़ते हैं और हम यही चाहते हैं।”
कार्तिक का दृष्टिकोण
कार्तिक ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा कि देखिए, मेरा पसंदीदा कप्तान मैं ही हूं क्योंकि मैंने कुछ मैचों में कप्तानी की है। जाहिर है और भी कई महान कप्तान हैं, लेकिन मैं अपना नाम लूंगा और मैं अपना पसंदीदा कप्तान हूं।
दिनेश कार्तिक के इस बयान से जाहिर होता है कि वह बुमराह की काबिलियत और संभावनाओं को समझते हैं, लेकिन साथ ही उनके सामने मौजूद फिटनेस और स्थायित्व की चुनौतियों को भी पहचानते हैं। बुमराह की नेतृत्व क्षमता और उनके तेज गेंदबाजी में महारथ उनके कप्तान बनने की संभावनाओं को बढ़ाते हैं, परंतु यह देखना दिलचस्प होगा कि चयनकर्ता उनकी फिटनेस और खेल में सतत्स्थायित्व को कितना महत्व देते हैं।
निष्कर्ष
आखिरकार, जसप्रीत बुमराह में कप्तानी के गुण और अनुभव दोनों हैं, लेकिन उनकी फिटनेस और तीनों फॉर्मेट में खेलने की क्षमता पर भी ध्यान देना आवश्यक है। दिनेश कार्तिक की राय इस दिशा में एक महत्वपूर्ण दृष्टिकोण प्रदान करती है, जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। यह देखा जाना बाकी है कि बुमराह को आगामी वर्षों में भारतीय टीम का स्थायी कप्तान माना जाएगा या नहीं, लेकिन उनकी संभावनाएँ निश्चित रूप से उज्ज्वल हैं।