समोआ का ऐतिहासिक दिन
टी20 वर्ल्ड कप ईस्ट एशिया-पैसिफिक रीजन क्वालिफायर में मंगलवार (20 अगस्त) को अपिया में खेले गए मैच में समोआ के बल्लेबाज डेरियस विसर ने इतिहास रच दिया। वानुअतु के खिलाफ इस मुकाबले में विसर की धुआंधार बल्लेबाजी ने मेंस इंटरनेशनल टी20 में एक ओवर में सबसे ज्यादा रन बनाने का नया रिकॉर्ड कायम कर दिया। विसर ने 62 गेंदों पर 132 रन बनाए, जिसमें उन्होंने नलिन निपिको के एक ओवर में 39 रन जड़ दिए।
कैसे बने 39 रन
28 वर्षीय डेरियस विसर ने अपने तीसरे टी20 मैच में यह अद्भुत कारनामा किया। विसर ने पहली तीन गेंदों पर तीन दमदार छक्के मारे। इसके बाद निपिको ने फ्रंट फुट नो-बॉल डाली, जिसे विसर ने फ्री-हिट पर फिर एक और छक्का मारा। इसके बाद एक डॉट बॉल हुई जब विसर की सीधी हिट नॉन-स्ट्राइकर छोर पर स्टंप्स से जा टकराई। हालांकि, यह प्रदर्शन यहीं नहीं रुका। निपिको ने दो बार ओवरस्टेप किया और हाई फुलटॉस नोबॉल पर विसर ने फिर से दोहरे छक्के मारे। आखिरी गेंद पर विसर ने डीप स्क्वायर लेग पर फ्लिक किया और इस तरह 39 रन का ऐतिहासिक ओवर पूरा किया।
पहले रहे रिकॉर्ड
इससे पहले मेंस टी20 इंटरनेशनल में किसी टीम द्वारा एक ओवर में 36 रन बनाने के पांच मामले थे। भारत के युवराज सिंह ने 2007 के टी20 विश्व कप में इंग्लैंड के स्टुअर्ट ब्रॉड के खिलाफ यह कारनामा किया था। 2021 में वेस्टइंडीज के कीरोन पोलार्ड ने श्रीलंका के अकिला धनंजय के खिलाफ छह छक्के लगाए थे। इसी साल नेपाल के दीपेंद्र सिंह ऐरी ने भी यह करतब कर दिखाया।
वेस्टइंडीज ने 2024 टी20 विश्व कप में अफगानिस्तान के खिलाफ भी 36 रन बनाए थे, जिसमें निकोलस पूरन बल्लेबाज थे। हालांकि, यह छक्कों की लंबी शृंखला के कारण नहीं हुए थे। भारत के रोहित शर्मा और रिंकू सिंह ने भी 2024 में अफगानिस्तान के खिलाफ 36 रन बनाए थे, लेकिन यह किसी एक बल्लेबाज द्वारा नहीं था।
टीम को मिली मजबूती
डेरियस विसर की विस्फोटक पारी ने समोआ की पारी को मजबूत बनाया। समोआ की पारी के 15वें ओवर में यह रिकॉर्ड बना। विसर ने अपनी टीम के 75.86% रन बनाए, जिससे वे ऑस्ट्रेलिया के आरोन फिंच के 75.1% के पिछले रिकॉर्ड को भी पीछे छोड़ दिया। समोआ ने कुल 174 रन बनाए, जिसमें से 132 रन अकेले विसर के थे। और टीम का अगला बेस्ट योगदान उनके कप्तान कालेब जसमत का 16 रन था।
समोआ के लिए मायने
समोआ के टी20 क्रिकेट में यह क्षण ऐतिहासिक है। टी20 क्रिकेट की दुनिया में समोआ को ज्यादा नाम नहीं मिला है, लेकिन डेरियस विसर के इस शानदार प्रदर्शन ने टीम को एक नई पहचान दिला दी है। अब समोआ क्रिकेट जगत में एक नई पहचान बना चुका है और डेरियस विसर इस पहचान के प्रमुख स्तंभ बन गए हैं।
भविष्य के लिए संभावनाएं
इस प्रदर्शन के बाद, क्रिकेट विशेषज्ञ समोआ को और अधिक गंभीरता से देखने लगे हैं। विसर जैसे बल्लेबाजों का लगातार प्रदर्शन समोआ के क्रिकेट को नई ऊँचाइयों पर ले जा सकता है। साथ ही, ऐसे प्रदर्शन अन्य खिलाड़ियों को भी प्रेरित करेंगे, और उनकी प्रतिभा को विश्व मंच पर लाने का मार्ग प्रशस्त करेंगे।
डेरियस विसर का यह कारनामा ना केवल उनके व्यक्तिगत करियर को चमकाने वाला है, बल्कि इसने पूरे समोआ के क्रिकेट को एक नया चेहरा दिया है। इस प्रकार के अद्वितीय कारनामे खिलाड़ी और टीम दोनों के आत्मविश्वास को बूस्ट करते हैं और उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने के लिए प्रेरित करते हैं।
समोआ और डेरियस विसर का यह कारनामा टी20 क्रिकेट इतिहास में दर्ज हो गया है और क्रिकेट प्रेमियों के दिलों में एक लंबे समय तक बसा रहेगा। यह याद दिलाएगा कि क्रिकेट में कुछ भी संभव है और किसी भी दिन के खेल में, एक खिलाड़ी का प्रदर्शन एक पूरी टीम को बदल सकता है।