ओलंपिक के सबसे बड़े निराशाजनक मोड़ों में से एक

बुधवार 7 अगस्त 2024 को एक ऐसी घटना घटी जिसने 140 करोड़ भारतीयों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। जी हां, यह 100 ग्राम वजन था, जिसने विनेश फोगाट को ओलंपिक कुश्ती फाइनल में खेलने वाली पहली भारतीय महिला बनने से रोक दिया। उन्होंने अपना वजन घटाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी। उन्होंने अपने बाल कटवाए, कपड़े भी छोटे कर दिए। शरीर से खून निकलवाया। पूरी रात सोई नहीं। पानी तक नहीं पिया, लेकिन सभी प्रयास व्यर्थ चले गए।

तैयारियों में कोई कमी नहीं

इंडिया एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, 29 साल की विनेश ने मंगलवार सुबह अपने इवेंट की शुरुआत से पहले वजन मापने की प्रक्रिया पूरी कर ली थी, लेकिन रात में उनका वजन 2 किलो अधिक पाया गया। कोचों ने विनेश को पूरी रात सोने नहीं दिया, ताकि उनका तनाव बढ़ जाए। उन्होंने 12 घंटे से ज्यादा कुछ नहीं खाया-पीया और अतिरिक्त वजन कम करने के लिए लगातार जॉगिंग, स्किपिंग और साइकिलिंग की।

कठोर उपायों का सहारा

स्पोर्टस्टार की रिपोर्ट के अनुसार, जब सब कुछ विफल रहा, तो कोचों ने विनेश के बाल काट दिए और ‘खून निकालने’ का प्रयास किया, लेकिन उनकी कोशिशों से वांछित परिणाम नहीं मिला। इन कठोर उपायों के कारण विनेश कमजोर, दुर्बल और डिहाईड्रेट हो गईं। चक्कर आने और कुछ समय के लिए बेहोश होने के बाद उन्हें ओलंपिक गांव के अंदर चिकित्सा केंद्र में ले जाया गया।

निर्दयी समय सीमा

विनेश फोगाट का भारतीय समयानुसार बुधवार रात गोल्ड मेडल मैच होना था। उनका सुबह वजन किया गया। उसमें तय भार वर्ग से 100 ग्राम ज्यादा वजन निकला। विनेश और भारतीय दल के पदाधिकारियों ने ओलंपिक आयोजन समिति के सदस्यों से कुछ घंटे की मोहलत मांगी, लेकिन उनके अनुरोध को ठुकरा दिया गया। नतीजा यह हुआ कि 100 ग्राम वजन 140 करोड़ भारतीयों की उम्मीदों पर तुषारापात कर गया। विनेश अगर फाइनल खेलतीं तो उनके गोल्ड मेडल जीतने की बहुत ज्यादा संभावनाएं थीं, क्योंकि जिस अमेरिकी पहलवान सारा हिल्डेब्रांट से उनका मुकाबला होना था, उसके खिलाफ उनका रिकॉर्ड बहुत शानदार है।

वजन घटाने की दर्दनाक प्रक्रिया

वजन कम करना एक दर्दनाक प्रक्रिया है जिसे पहलवानों को तब सहना पड़ता है जब उनका सामान्य शारीरिक वजन उस वर्ग से अधिक है जिसमें वे प्रतिस्पर्धा करते हैं। विनेश का सामान्य शारीरिक वजन लगभग 56-57 किलोग्राम है। उन्हें इसे 50 किलोग्राम तक लाने के लिए बहुत प्रयास करना पड़ता है। संपर्क खेलों में हिस्सा लेने वाले एथलीट वजन करने से दो दिन पहले भोजन और यहां तक कि पानी के बिना रहते हैं।

अन्य खिलाड़ियों का दर्द

मुक्केबाज निकहत ज़रीन ने पेरिस में अपनी हार के बाद कहा था कि उन्होंने वजन सीमा के भीतर रहने के लिए दो दिनों तक न तो भोजन लिया और न ही पानी लिया और परिणामस्वरूप उनकी ताकत कम हो गई। 50 किलोग्राम वर्ग में वजन से संबंधित अयोग्यता केवल विनेश की ही नहीं थी। मंगलवार 6 अगस्त 2024 को इटली की इमानुएला लिउज़ी को भी अधिक वजन पाए जाने के बाद अपना प्रारंभिक मुकाबला छोड़ना पड़ा था।

भविष्य की उम्मीदें

हालांकि, यह घटना विनेश फोगाट और भारतीय खेल प्रेमियों के लिए एक बड़ी निराशा बन गई, लेकिन इससे सीख लेते हुए पेशेवर खेलों में भविष्य की चुनौतियों का समाना करेंगे। यह केवल एक दुर्घटना थी, और भारतीय खिलाड़ियों के मजबूत इच्छाशक्ति और समर्पण से देश को आने वाले समय में कई और सफलताएं मिलेंगी।

By IPL Agent

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