मांजरेकर का बड़ा सवाल
भारत के पूर्व क्रिकेटर और मशहूर कमेंटेटर संजय मांजरेकर ने आगामी दलीप ट्रॉफी में विराट कोहली, रोहित शर्मा और जसप्रीत बुमराह सहित प्रमुख भारतीय खिलाड़ियों के न खेलने पर बहस छेड़ दी है। एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर बुधवार (28 अगस्त) को मांजरेकर ने अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने बताया कि भारत ने पिछले पांच सालों में 249 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं, लेकिन रोहित ने उनमें से केवल 59%, कोहली ने 61% और बुमराह ने केवल 34% मैच खेले हैं। मांजरेकर ने तर्क दिया कि इन खिलाड़ियों को भरपूर आराम दिया गया है, इसलिए इन्हें घरेलू टूर्नामेंट में खेलते रहना चाहिए था।
दलीप ट्रॉफी का महत्व
दलीप ट्रॉफी की प्रासंगिकता और महत्व को लेकर भी संजय मांजरेकर ने जोर दिया। उन्होंने कहा कि यह घरेलू टूर्नामेंट टेस्ट क्रिकेट के महत्व को दर्शाता है और खिलाड़ियों को अपनी क्षमता को साबित करने का एक अच्छा मौका देता है। उन्होंने कहा, “ऐसे टूर्नामेंट खिलाड़ियों को अपनी खेल शैली को बेहतर बनाने और घरेलू स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने का एक सुनहरा अवसर प्रदान करते हैं।”
आने वाले कार्यक्रमों का असर
दलीप ट्रॉफी 5 सितंबर 2024 को आंध्र प्रदेश के अनंतपुर और बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेला जाना है। इस टूर्नामेंट में अक्षर पटेल, केएल राहुल और शुभमन गिल जैसे खिलाड़ी खेलते दिखेंगे। इसके बाद भारतीय टीम बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट सीरीज खेलेगी और फिर न्यूजीलैंड से भिड़ेगी। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया दौरे पर पांच टेस्ट मैचो की सीरीज होगी। इस महत्वपूर्ण सीरीज के पहले कोहली, रोहित और बुमराह के अलावा रविचंद्रन अश्विन को भी आराम दिया गया है, जबकि रविंद्र जडेजा को भी रिलीज कर दिया गया है।
अन्य विशेषज्ञों की राय
संजय मांजरेकर से पहले लिटिल मास्टर सुनील गावस्कर ने भी मिड-डे में अपने कॉलम में कोहली और रोहित के दलीप ट्रॉफी में न खेलने पर सवाल उठाये थे। गावस्कर ने कहा था कि कोहली और रोहित 30 से ज्यादा की उम्र के हो गए हैं और उन्हें अपने स्किल और मानसिक रूप से तरोताजा रहने के लिए दलीप ट्रॉफी में खेलने से लाभ हो सकता था। हालांकि, गावस्कर ने चोट का खतरा देखते हुए जसप्रीत बुमराह को आराम देने की आवश्यकता को स्वीकार किया।
खिलाड़ियों के फॉर्म पर असर
ध्यान देने योग्य बात यह है कि भारतीय टीम मार्च 2024 के बाद से कोई टेस्ट मैच नहीं खेल पाई है। इंग्लैंड के खिलाफ इस टेस्ट सीरीज में विराट कोहली नहीं खेले थे। उन्होंने जनवरी में साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट मैच खेला था। मांजरेकर ने इस संदर्भ में जोर दिया कि अगर दिग्गज खिलाड़ी जैसे रोहित, कोहली और बुमराह दलीप ट्रॉफी में खेलते, तो यह उनके टेस्ट फॉर्म को वापसी करने में मददगार साबित हो सकता था।
टीम की तैयारी पर चिंता
दलीप ट्रॉफी के लिए रोहित, कोहली और बुमराह के चयन पर विचार न करने से टीम की तैयारी पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि इन अनुभवी खिलाड़ियों की सक्रियता टीम के आने वाले टेस्ट सीरीज में बेहतर प्रदर्शन के लिए महत्वपूर्ण है।
दलीप ट्रॉफी की अनदेखी
दलीप ट्रॉफी जैसे महत्वपूर्ण घरेलू टूर्नामेंट की अनदेखी करना भारतीय क्रिकेट के भविष्य के लिए एक चिंताजनक संकेत भी हो सकता है। मांजरेकर ने इसके महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि यह न केवल खिलाड़ियों की व्यक्तिगत तैयारियों को बढ़ावा देता है, बल्कि यह उभरते हुए खिलाड़ियों को भी प्रेरित करता है।
समापन
संजय मांजरेकर ने अपने विचारों के जरिए भारतीय क्रिकेट के समीकरणों पर गहरी रोशनी डाली है। उन्होंने स्पष्ट किया कि कैसे दलीप ट्रॉफी जैसे घरेलू टूर्नामेंट खिलाड़ियों को राहत देने के बजाए उन्हें अपने फॉर्म और फिटनेस को मजबूत बनाने का एक उत्तम मंच प्रदान करते हैं। अब देखना यह होगा कि भारतीय टीम इस फैसले के बाद आगामी सीरीज में कितना सफल हो पाती है और क्या इस निर्णय का प्रभाव उनके प्रदर्शन पर पड़ता है या नहीं।