परिचय

भारतीय क्रिकेट टीम इस साल के अंत में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जा रही है, जहां उसे बॉर्डर-गावस्कर टेस्ट सीरीज खेलनी है। इस सीरीज का महत्व इसलिए भी बढ़ जाता है क्योंकि यह भारत और ऑस्ट्रेलिया दोनो ही टीमों के लिए गर्व और प्रतिष्ठा की लड़ाई है। एडिलेड में होने वाले डे-नाइट टेस्ट, जिसे गुलाबी गेंद से खेला जाना है, से पहले भारतीय टीम को कैनबरा में प्राइम मिनिस्टर इलेवन के खिलाफ एक दो-दिवसीय वॉर्म अप मैच खेलना है। यह मैच 30 नवंबर और 1 दिसंबर को मनुका ओवल में खेला जाएगा।

प्रायम मिनिस्टर इलेवन के खिलाफ प्रदर्शन

पिछले दो वर्षों में, प्राइम मिनिस्टर इलेवन की टीम ने वेस्टइंडीज (2022) और पाकिस्तान (2023) के खिलाफ डे-नाइट मुकाबले खेले हैं। इस बार यह मुकाबला केवल दो दिन का होगा, जिसमें गुलाबी गेंद का उपयोग किया जाएगा। इस प्रकार के मुकाबले भारतीय टीम के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर होंगे, ताकि टीम गुलाबी गेंद के सामना कर सके और खुद को बेहतर तरीके से तैयार कर सके।

2020-21 दौरे की यादें

2020-21 के पिछले दौरे पर भारतीय टीम ने एडिलेड में डे-नाइट टेस्ट मैच खेला था, जिसमें उसे आठ विकेट से हार का सामना करना पड़ा था। दूसरी पारी में टीम इंडिया 36 रन पर आउट हो गई थी, जो उसके टेस्ट क्रिकेट इतिहास का न्यूनतम स्कोर था। हालांकि, अजिंक्य रहाणे की अगुवाई में भारतीय टीम ने शानदार वापसी करते हुए सीरीज 2-1 से जीती थी।

यह सीरीज क्यों है महत्वपूर्ण?

भारतीय टीम के लिए यह सीरीज आगामी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के दृष्टिकोण से बेहद महत्वपूर्ण है। पिछली बार कोविड-19 महामारी के कारण कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा, लेकिन इस बार टीम को बेहतर तैयारी का मौका मिल रहा है। इस बार की सीरीज पर्थ में शुरू होगी जिसमें कुल पांच टेस्ट खेले जाएंगे।

डे-नाइट टेस्ट का अनुभव

भारतीय टीम ने अब तक केवल चार डे-नाइट टेस्ट खेले हैं। आखिरी बार टीम ने 2022 में श्रीलंका के खिलाफ बेंगलुरु में डे-नाइट टेस्ट खेला था। वहीं, दूसरी ओर, ऑस्ट्रेलिया ने 12 डे-नाइट टेस्ट खेले हैं और उनमें से अधिकांश अपने घरेलू मैदान पर खेले हैं। पिछले सत्र में, ब्रिस्बेन में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेले गए मुकाबले में उन्हें आठ रन से हार का सामना करना पड़ा था, जो पिंक बॉल टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया की पहली हार थी।

मनुका ओवल की पिच पर विवाद

पिछले सीजन में मनुका ओवल की पिच की पाकिस्तान ने आलोचना की थी, यह कहते हुए कि पिच बहुत धीमी थी और गेंद काफी नीचे रह रही थी। इसके चलते पर्थ के टेस्ट मैच के लिए यह आदर्श तैयारी नहीं थी। इसके अलावा, खराब मौसम ने ग्राउंडस्टाफ के लिए भी मुश्किलें पैदा की थी, जिससे मैच का अंतिम दिन रद्द करना पड़ा था।

वाका में इंट्रा-स्क्वाड वार्म-अप मैच

भारतीय टीम के पास औस्ट्रेलिया में नियमित मौसम के बीच अभ्यास करने का एक और मौका है। 15-18 नवंबर तक भारतीय टीम वाका में इंट्रा-स्क्वाड वार्म-अप मैच खेलेगी, जिससे खिलाड़ियों को अपने प्रदर्शन पर काम करने का एक अच्छा अवसर मिलेगा। इससे पहले टीम न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन मैचों की घरेलू टेस्ट सीरीज खेलेगी।

इंडिया ए का दौरा

इसके साथ ही, अक्टूबर के अंत में इंडिया ए की टीम भी ऑस्ट्रेलिया का दौरा करेगी और मकाय (Mackay) और मेलबर्न में दो चार दिवसीय मैच खेलेगी। यह दौरा महत्वपूर्ण होगा ताकि युवा खिलाड़ी अपने खेल को बेहतर कर सकें और मुख्य टीम के लिए तैयार हो सकें।

निष्कर्ष

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच होने वाली बॉर्डर-गावस्कर टेस्ट सीरीज अत्यंत रोमांचक होने वाली है। भारत को अपनी पिछली गलतियों से सीखते हुए और गुलाबी गेंद के टेस्ट मैच के लिए बेहतर तैयारी करनी होगी। प्राइम मिनिस्टर इलेवन के खिलाफ होने वाला दो-दिवसीय वॉर्म अप मैच भारतीय टीम के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है, जिससे टीम को डे-नाइट टेस्ट की चुनौतियों का सामना करने में मदद मिलेगी। उम्मीद है कि इस बार भी भारतीय टीम अजिंक्य रहाणे की कप्तानी में दिखाए गए उस जोश और संयम को दुहराकर एक और ऐतिहासिक जीत हासिल करेगी।

By IPL Agent

💲Daily Check-In Free Bonus💲 💵 Sign Up & Login everyday to get free cash!💵 👉 cricket1.in