परिचय
क्रिकेट का खेल ऐसे क्षणों से भरा पड़ा है जो खिलाड़ी और प्रशंसक दोनों के लिए अविस्मरणीय होते हैं। हालांकि, सभी क्रिकेट प्रेमियों को यह मानना पड़ेगा कि ‘डक’ पर आउट होना किसी भी बल्लेबाज के लिए निराशाजनक होता है। ‘डक’ का मतलब होता है बिना कोई रन बनाए आउट होना। इंटरनेशनल क्रिकेट में, भारत के कुछ सबसे प्रतिष्ठित क्रिकेटरों ने भी अपने करियर में कई बार इस निराशा का सामना किया है। इस लेख में, हम उन भारतीय खिलाड़ियों की चर्चा करेंगे जिन्होंने सबसे अधिक बार ‘डक’ पर आउट होने का रिकॉर्ड बनाया है।
टॉप टेन ‘डक’ पर आउट होने वाले भारतीय खिलाड़ी
इंटरनेशनल क्रिकेट में, डक पर आउट होना कोई नई बात नहीं है। लेकिन जब हम बात करते हैं उन खिलाड़ियों की जिन्हें सबसे ज्यादा बार इस स्थिति का सामना करना पड़ा है, तो उनका नाम सुनकर आप चौक जाएंगे। यहां उन टॉप 10 भारतीय खिलाड़ियों की लिस्ट दी गई है जिन्होंने सबसे अधिक बार ‘डक’ पर आउट होने का रिकॉर्ड बनाया है:
जहीर खान: 43 बार
भारत के पूर्व तेज गेंदबाज जहीर खान इस लिस्ट में सबसे ऊपर हैं। अपने करियर के दौरान, जहीर खान ने 43 बार ‘डक’ पर आउट होकर यह अनचाहा रिकॉर्ड अपने नाम किया। गेंद से शानदार प्रदर्शन करने वाले जहीर, बल्ले से इतनी भाग्यशाली नहीं रहे।
इशांत शर्मा: 40 बार
तेज गेंदबाज इशांत शर्मा जिन्हें उनके लंबाई और तेज गेंदबाजी के लिए जाना जाता है, इस लिस्ट में दूसरे स्थान पर हैं। इशांत ने 40 बार ‘डक’ पर आउट होकर यह साबित किया कि गेंदबाजी के साथ-साथ बल्लेबाजी भी उनके लिए चुनौतीपूर्ण रही।
हरभजन सिंह: 37 बार
भारतीय स्पिनर हरभजन सिंह ने भी अपने करियर में 37 बार बगैर रन बनाए आउट होकर इस लिस्ट में अपनी जगह बनाई है। हरभजन का गेंदबाजी का रिकॉर्ड जितना अच्छा रहा, बल्लेबाजी में उतनी ही कठिनाई का सामना करना पड़ा।
विराट कोहली: 37 बार
विराट कोहली, जिन्हें वर्तमान समय के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में गिना जाता है, वे भी 37 बार ‘डक’ पर आउट होकर हरभजन सिंह के साथ संयुक्त रूप से तीसरे स्थान पर हैं। यह आंकड़ा हमें दिखाता है कि कोहली की भी अपनी कड़ी चुनौतियाँ रही हैं।
अनिल कुंबले: 35 बार
पूर्व कप्तान और महान लेग स्पिनर अनिल कुंबले भी 35 बार बिना रन बनाए आउट होकर इस लिस्ट में शामिल हैं। उनका यह रिकॉर्ड यह दर्शाता है कि बल्लेबाजी के मामले में भी उन्हें चुनौतियों का सामना करना पड़ा।
सचिन तेंदुलकर: 34 बार
क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने अपने महान करियर में 34 बार ‘डक’ पर आउट होकर इस लिस्ट में स्थान प्राप्त किया है। सचिन का यह आउट होना दर्शाता है कि महानता के साथ भी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
रोहित शर्मा: 33 बार
मौजूदा वनडे और टेस्ट कप्तान रोहित शर्मा ने भी अपने करियर में 33 बार ‘डक’ पर आउट होकर इस लिस्ट में जगह बनाई है। उनकी धुआंधार बैटिंग के बावजूद यह आंकड़ा दर्शाता है कि ‘डक’ की स्थिति कभी-कभी किसी भी बड़े खिलाड़ी के सामने आ सकती है।
जवागल श्रीनाथ: 32 बार
पूर्व तेज गेंदबाज जवागल श्रीनाथ 32 बार बिना रन बनाए आउट होकर इस लिस्ट में शामिल हैं। श्रीनाथ ने अपनी गेंदबाजी से ज्यादा प्रभावित किया लेकिन बल्लेबाजी में उन्हें भी दिक्कतें आईं।
वीरेंद्र सहवाग: 31 बार
धमाकेदार सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने अपने करियर में 31 बार ‘डक’ पर आउट होकर इस लिस्ट में स्थान बनाया। सहवाग की ताबड़तोड़ बैटिंग के दौरान भी यह आंकड़ा बताता है कि कभी-कभी वे भी शून्य पर आउट हो गए।
सौरव गांगुली: 29 बार
पूर्व कप्तान सौरव गांगुली, जिन्हें उनके आक्रामक नेतृत्व और बल्लेबाजी के लिए जाना जाता है, 29 बार ‘डक’ पर आउट हुए। गांगुली का यह रिकॉर्ड दर्शाता है कि उनके योगदान के बावजूद उन्हें भी बैटिंग में परिस्थितियों ने मुश्किल में डाल दिया।
निष्कर्ष
यह निश्चित रूप से कोई खिलाड़ी नहीं चाहेगा कि वह ‘डक’ पर आउट हो। लेकिन यह खेल का हिस्सा है और इसे स्वीकार करना होगा। इतिहास गवाह है कि क्रिकेट के महान खिलाड़ी ने भी इस मुश्किल स्थिति का सामना किया है। यह आंकड़े हमें यह याद दिलाते हैं कि कोई भी इंसान बच नहीं सकता, चाहे वह कितना भी महान क्यों न हो। इसलिए, जब अगली बार आप किसी खिलाड़ी को ‘डक’ पर आउट होते देखेंगे, तो यह याद रखिए कि यह खेल का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और इससे खिलाड़ी के महानता पर कोई आंच नहीं आती।