विनेश फोगाट का अद्वितीय स्वागत
भारतीय रेसलर विनेश फोगाट पेरिस ओलंपिक से भले ही खाली हाथ लौटीं हो लेकिन देश लौटने पर उनपर सिर्फ प्यार नहीं बल्कि इनाम की भी बारिश हो रही है। भारत में विनेश का चैंपियन की तरह स्वागत किया गया। चाहने वालों ने विनेश को इस बात का एहसास नहीं होने दिया किया कि वह मेडल जीत नहीं पाईं। फैंस ने यह सुनिश्चित किया कि उनकी मेहनत और संघर्ष की सराहना की जाए, भले ही उन्हें ओलंपिक में सफलता न मिली हो।
ब्रांड्स की नजर में विनेश की अहमियत
सिर्फ फैंस का ही नहीं बल्कि विनेश पर अब ब्रांड्स की भी बरसात हो रही है। कई बड़े ब्रांड्स विनेश फोगाट को अपना एंबेसडर बनाना चाहते हैं। यह स्थिति दर्शाती है कि वह भारत की सबसे लोकप्रिय एथलीट्स में से एक बन गई हैं। उनका हर कदम सोशल मीडिया और न्यूज़ हेडलाइंस में सुर्खियां बना देता है। यह प्रभावशाली स्थिति ब्रांड्स को भी आकर्षित करती है, क्योंकि वे जानते हैं कि उनका नाम जुड़ने से उनके उत्पाद और सेवाएँ भी अधिक लोकप्रिय होंगी।
बढ़ी हुई ब्रांड फीस
पैकेज फूड्स, हेल्थ, न्यूट्रिशन, ज्वैलरी, बैंकिंग और एजुकेशन ब्रांड्स के जानकार के हवाले से इकोनोमिक्स टाइम्स ने लिखा कि फोगाट की एंडोर्समेंट फीस 300 प्रतिशत बढ़ गई है। पेरिस ओलंपिक से पहले, विनेश फोगाट एक ब्रांड की डील के लिए सालाना 25 लाख रुपए लेती थीं। वह नाइकी और कंट्री डिलाइट जैसे ब्रांड्स से जुड़ी हुई थीं। हालांकि अब यह फीस बढ़कर एक करोड़ हो गई है। लगभग 15 नए ब्रांड विनेश फोगाट के साथ जुड़ना चाहते हैं।
तुहिन मिश्रा का दृष्टिकोण
विनेश फोगाट को मैनेज करने वाली संस्था बेसलाइन वेंचर्स की को-फाउंडर तुहिन मिश्रा ने कहा कि मार्केट में कई लोग विनेश को ब्रांड एंबेसडर बनाना चाहते हैं। लोग न केवल विनेश के खेल से प्रभावित हैं बल्कि उनकी हिम्मत के भी मुरीद हैं। सिस्टम से मिली हार के बावजूद विनेश ने जिस तरह खुद को कंडक्ट किया, वह उन्हें काफी पसंद आया। यह उनके चरित्र की मजबूतता और उनकी अनवरत कार्यनिष्ठा को दर्शाता है।
पेरिस ओलंपिक का सफर
विनेश फोगाट 2024 पेरिस ओलंपिक में महिलाओं की 50 किग्रा फ्रीस्टाइल रेसलिंग के फाइनल में जगह बनाई थी। उन्होंने फाइनल तक कई बड़ी रेसलर्स को मात दी जिसमें 14 साल से कोई मैच न हारने वाली युई सुसाकी शामिल थीं। हालांकि फाइनल में पहुंचने के बावजूद विनेश मेडल नहीं जीत सकीं। महज 100 ग्राम वजन कम होने के कारण विनेश को डिस्क्वालिफाई कर दिया। विनेश ने सीएएस में गुहार लगाई लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।
भविष्य की संभावनाएँ
विनेश फोगाट के इस समय के प्रचलन और उन्हें मिल रहे समर्थन को देखकर यह स्पष्ट है कि उनका भविष्य उज्ज्वल है। खेल में उनकी प्रतिभा और दृढ़ता ने उन्हें न केवल भारत में बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी खास पहचान दिलाई है। इससे यह साबित होता है कि असफलता के बावजूद, यदि किसी में साहस और लगन हो, तो सफलता निश्चित ही प्राप्त होती है।
विनेश की यह कहानी नई पीढ़ी के एथलीटों के लिए प्रेरणादायक है। उनकी संघर्ष और सफलता की यात्रा बताते हैं कि मेहनत और समर्पण से हर बाधा पार किया जा सकता है। ब्रांड्स के साथ उनकी डील्स इसे और स्पष्ट करता है कि किसी व्यक्ति की मार्केट वैल्यू केवल उनके प्रदर्शन से ही नहीं, बल्कि उनके चारित्रिक गुणों से भी निर्धारित होती है।
इस प्रकार, विनेश फोगाट के भविष्य में नई ऊंचाइयां छूने की पूरी संभावना है। उनके द्वारा किए गए कठिन परिश्रम और खेल के प्रति उनकी सांस्कृतिक भक्ति निश्चित रूप से उन्हें नई ऊँचाइयों पर ले जाएगी। इस यात्रा में वे दूसरे एथलीटों के लिए भी एक प्रेरणा स्रोत रहेंगी।