भारत का प्रदर्शन पेरिस ओलंपिक 2024 में
पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत का प्रदर्शन अपेक्षा के अनुरूप नहीं रहा और भारत ने केवल छह मेडल जीते। जबकि टोक्यो में हुए पिछले ओलंपिक खेलों में भारत ने सात मेडल हासिल किए थे, जिनमें एक गोल्ड, दो सिल्वर और चार ब्रॉन्ज मेडल शामिल थे। तथापि, पेरिस में भारतीय खिलाड़ियों ने सफलता की राह पर थोड़ी गिरावट का सामना किया है। इस संदर्भ में, खेलों के उत्थान के लिए किए गए सरकारी निवेश और उसके परिणामस्वरूप प्रदर्शन पर सवाल उठना स्वाभाविक है।
खेल मंत्री का बयान
पेरिस ओलंपिक में भारतीय खिलाड़ियों के प्रदर्शन की समीक्षा के बाद, लोकसभा में सरकार से खेलों के उत्थान पर हुए खर्चे को लेकर सवाल किया गया। मौजूदा खेल मंत्री मंसुख मांडविया ने लिखित तौर पर इसका जवाब देते हुए बताया कि खेलों के उत्थान के लिए विभिन्न योजनाओं के तहत बड़े पैमाने पर धनराशि खर्च की जा रही है।
मांडविया ने बताया कि खेल के उत्थान के लिए खेलों इंडिया की स्कीम शुरू की गई थी। यह स्कीम साल 2018 में शुरू हुई थी और इसके तहत विभिन्न प्रकार के राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंट्स आयोजित किए जाते हैं। इनमें खेलो इंडिया यूथ गेम्स, खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स, खेलों इंडिया विंटर गेम्स और खेलो इंडिया पैरा गेम्स का आयोजन हर साल होता है।
खेलो इंडिया योजना की विस्तृति
खेल मंत्रालय के अनुसार, खेलो इंडिया योजना के अंतर्गत देशभर में खेल अवसंरचना के विकास के लिए बड़े पैमाने पर निवेश किया गया है। इस योजना का उद्देश्य युवाओं को खेलों के प्रति आकर्षित करना और उन्हें विभिन्न प्रकार के खेल गतिविधियों में भाग लेने के अवसर प्रदान करना है।
इसके तहत विभिन्न राज्य और संघ राज्य क्षेत्रों को धनराशि आवंटित की गई है ताकि वे अपनी खेल अवसंरचना को सुधार सकें और अधिक से अधिक युवा खिलाड़ियों को खेल की ओर प्रेरित कर सकें।
राज्यवार धनराशि का वितरण
लोकसभा में प्रस्तुत जानकारी के अनुसार, खेलो इंडिया योजना के तहत विभिन्न राज्यों और संघ राज्य क्षेत्रों को निम्नलिखित धनराशि आवंटित की गई है:
1. **महाराष्ट्र:** 300 करोड़ रुपये
2. **उत्तर प्रदेश:** 250 करोड़ रुपये
3. **तमिलनाडु:** 200 करोड़ रुपये
4. **कर्नाटक:** 180 करोड़ रुपये
5. **केरला:** 160 करोड़ रुपये
6. **आंध्र प्रदेश:** 140 करोड़ रुपये
7. **राजस्थान:** 120 करोड़ रुपये
8. **गुजरात:** 110 करोड़ रुपये
9. **ओडिशा:** 100 करोड़ रुपये
10. **बिहार:** 90 करोड़ रुपये
इसके अतिरिक्त, अन्य राज्यों और संघ राज्य क्षेत्रों को भी उनकी आवश्यकताओं और परियोजनाओं के अनुसार अनुदान दिया गया है।
प्रेस रिलीज़ में दिया गया बयान
खेल मंत्रालय ने प्रेस रिलीज जारी करके कहा, ‘लोक सभा में ‘खेल अवसंरचना के विकास के लिए जारी की गई धनराशि’ के प्रश्न पर, केंद्रीय युवा मामले एवं खेल मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने एक लिखित उत्तर में निम्नलिखित जानकारी दी।
इसके तहत उन्होने स्पष्ट किया कि खेलो इंडिया योजना के अंतर्गत हर साल विभिन्न खेलों के विकास के लिए निवेश किया जाता है। इसका उद्देश्य न केवल खिलाड़ियों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करना है, बल्कि उन्हें ओलंपिक और अन्य अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में देश को गौरवान्वित करने के लिए तैयार करना भी है।’
निष्कर्ष
भारत के पेरिस ओलंपिक 2024 में प्रदर्शन और खेलो इंडिया योजना के तहत किए गए भारी निवेश के बीच यह सवाल खड़ा होता है कि क्या इस योजना के तहत दिए गए धन का सही उपयोग हो रहा है। खेल मंत्री के प्रस्तुत विवरण के अनुसार, सरकार ने खेल अवसंरचना के विकास के लिए बड़ी मात्रा में धनराशि आवंटित की है, जिसमें सर्वाधिक महत्वकांक्षी खेलो इंडिया योजना शामिल है।
अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि आने वाले ओलंपिक और अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में यह निवेश किस हद तक रंग लाता है और हमारे खिलाड़ी विश्व पटल पर नए मुकाम स्थापित करते हैं। सरकारी योजनाओं का उचित और प्रभावी उपयोग सुनिश्चित करना होगा ताकि भारतीय खेल जगत में वैश्विक स्तर पर उल्लेखनीय सुधार हो सके।