पेरिस ओलंपिक में 30 जुलाई का दिन भारतीय खेल प्रेमियों के लिए बेहद यादगार साबित हुआ। भारत ने इस दिन कई खेलों में प्रभावशाली प्रदर्शन करते हुए अपने झोली में कुछ और मेडल्स जोड़े। इस दिन की सबसे बड़ी उपलब्धि रही मनु भाकर और सरबजोत सिंह की, जिन्होंने 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स्ड टीम इवेंट में ब्रॉन्ज मेडल जीतकर देश का नाम रोशन किया। इसके अलावा भारतीय हॉकी टीम ने भी धमाकेदार जीत दर्ज की।
शूटिंग में मनु भाकर का दमखम
शूटिंग इवेंट में मनु भाकर और सरबजोत सिंह की जोड़ी ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स्ड टीम इवेंट में ब्रॉन्ज मेडल जीता। मनु भाकर की यह महत्वपूर्ण जीत इस बात का संकेत है कि भारतीय खेलों का भविष्य उज्जवल है। मनु और सरबजोत ने अपने संयमित और सटीक निशाने से बड़े नामों को पीछे छोड़ते हुए यह मेडल जीता।
भारतीय हॉकी टीम का जलवा
भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने भी अपना जलवा कायम रखते हुए चौंका देने वाली जीत दर्ज की। पूल मैच में भारत का मुकाबला जापान से था, जिसमें भारतीय खिलाड़ियों ने बेहतरीन खेल का प्रदर्शन किया और जापान को 5-2 से मात दी। इस जीत से भारतीय टीम ने अगले दौर में अपनी जगह सुनिश्चित कर ली है। कप्तान मनप्रीत सिंह की अगुवाई में टीम ने शानदार रणनीति और टीमवर्क का प्रदर्शन किया।
बैडमिंटन में पुरुषों की जीत
बैडमिंटन में भारतीय पुरुष जोड़ी ने भी अपना दमखम दिखाया। जोड़ी ने महत्वपूर्ण मुकाबले में जीत दर्ज कर अगले दौर में प्रवेश किया। हालांकि, महिला डबल्स जोड़ी किस्मत के साथ नहीं रही और उन्हें हार का सामना करना पड़ा। बावजूद इसके, पुरुष जोड़ी के प्रदर्शन से उम्मीदें जगी हैं कि वे आगे के मुकाबलों में भी जबरदस्त प्रदर्शन करेंगे।
बॉक्सिंग में निराशा
बॉक्सिंग इवेंट के लिए यह दिन भारत के लिए निराशाजनक साबित हुआ। भारतीय बॉक्सर अमित पंघाल और युवा बॉक्सर जैस्मिन दोनों ही अपने-अपने मुकाबलों में हार का सामना करना पड़ा। अमित पंघाल, जो कि भारत के प्रमुख बॉक्सर्स में से एक हैं, राउंड आफ 16 में ही बाहर हो गए। वहीं, जैस्मिन भी राउंड आफ 32 के आगे नहीं बढ़ सकी। यह हार भारतीय बॉक्सिंग समुदाय के लिए एक बड़ा झटका है, लेकिन उम्मीद है कि आने वाले मैचों में खिलाड़ी बेहतर प्रदर्शन करेंगे।
तीरंदाजी में धीरज का सफर थमा
युवा तीरंदाज धीरज का सफर भी 30 जुलाई को थम गया। धीरज राउंड आफ 64 के मुकाबले में हार गए। उनके प्रदर्शन ने यह संकेत दिया कि भारतीय तीरंदाजों को अभी भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काफी मेहनत करनी है। इस हार के बावजूद, धीरज के प्रयासों की प्रशंसा की जानी चाहिए और उम्मीद है कि वह आने वाले इवेंट्स में बेहतर प्रदर्शन करेंगे।
कुल मिलाकर, 30 जुलाई का दिन भारतीय खेलों के लिए मिला-जुला रहा। जहां एक तरफ मनु भाकर और सरबजोत सिंह ने भारत को मेडल जिताकर गर्वित किया, वहीं दूसरी तरफ बॉक्सिंग और तीरंदाजी में भारतीय खिलाड़ियों को हार का सामना करना पड़ा। भारतीय हॉकी टीम की जीत और बैडमिंटन में पुरुष युगल की जीत ने भी उम्मीदों को नया उड़ान दिया।
आने वाले दिनों में भारतीय खिलाड़ियों से और भी बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है। सभी खेल प्रेमी अपने सभी खिलाड़ियों की हौसलाअफजाई करते हुए उनके लिए शुभकामनाएं भेज रहे हैं। देखना होगा कि आने वाले दिनों में और कौन-कौन से खिलाड़ी भारत के लिए मेडल लेकर आते हैं।