शमी की वर्तमान स्थिति एवं रिहैब
सीनियर तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी, जो कि हाल ही में एक टखने की सर्जरी के चलते मैदान से बाहर हो गए थे, अब धीरे-धीरे अपनी वापसी की तैयारियों में जुटे हैं। शमी वर्तमान में राष्ट्रीय क्रिकेट एकेडमी (NCA) में अपने रिहैबिलिटेशन प्रक्रिया में हैं। शमी की इस वापसी प्रक्रिया का लक्ष्य है कि वे जल्द से जल्द प्रतिस्पर्धी क्रिकेट में लौट सकें।
एनसीए में शमी के रिहैब के दौरान उन्हें छोटे रन-अप के साथ गेंदबाजी अभ्यास करते हुए देखा गया है। इससे पता चलता है कि वे धीरे-धीरे अपने पुराने फॉर्म में वापस आने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि, टीम मैनेजमेंट ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वे शमी पर तुरंत वापसी के लिए दबाव नहीं डालेंगे।
रणजी ट्रॉफी में वापसी का प्लान
समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, शमी रणजी ट्रॉफी में अपनी घरेलू टीम बंगाल के लिए खेलकर प्रतिस्पर्धी क्रिकेट में वापसी करेंगे। पहली संभावना है कि शमी 11 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश के खिलाफ पहले रणजी मैच में खेलने उतर सकते हैं। दूसरी संभावना 18 अक्टूबर को कोलकाता में बिहार के खिलाफ दूसरे रणजी मैच में खेलने की है।
दोनों मैचों के बीच केवल दो दिन का अंतर है, इसलिए शमी का दोनों मैचों में खेलना संभव नहीं है। शमी के इन दो मैचों से उनके फिटनेस और प्रदर्शन को ध्यान में रखते हुए निकट भविष्य में बड़े टूर्नामेंट में खेलने की संभावना बढ़ जाएगी।
न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज
न्यूजीलैंड के खिलाफ आगामी टेस्ट सीरीज का पहला मैच 19 अक्टूबर से बेंगलुरु में शुरू होगा। इसके बाद पुणे (24 अक्टूबर) और मुंबई (1 नवंबर) में टेस्ट मैच होंगे। उम्मीद जताई जा रही है कि शमी इन तीनों में से एक मैच में खेलकर अपनी वापसी सुनिश्चित कर सकते हैं।
अगर शमी इन मुकाबलों में से एक में भी खेलते हैं, तो यह भारतीय क्रिकेट टीम के लिए एक सकारात्मक संकेत होगा। शमी की वापसी न सिर्फ गेंदबाजी आक्रमण को मजबूत करेगी, बल्कि उनकी अनुभवजनित सोच से युवा गेंदबाजों को भी काफी कुछ सीखने को मिलेगा।
ऑस्ट्रेलिया दौरे की तैयारियाँ
ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए भारतीय टीम मैनेजमेंट की प्राथमिकता है कि शमी सहित अन्य प्रमुख तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज फिट रहें। शमी का ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए फिट रहना काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि वहां के पिचें तेज गेंदबाजों के अनुकूल होती हैं और तेज गेंदबाजों का प्रदर्शन निर्णायक साबित हो सकता है।
हमें यह ध्यान रखना होगा कि शमी ने अब तक 64 टेस्ट मैचों में छह बार पांच विकेट और 12 बार चार विकेट सहित 229 विकेट लिए हैं। ऐसे में उनकी अनुभव और क्षमता टीम के लिए अनमोल हो सकती है।
पिछले एक साल का सफर
शमी ने पिछली बार भारतीय टीम की जर्सी पिछले साल 19 नवंबर को अहमदाबाद में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे वर्ल्ड कप फाइनल में पहनी थी। उसके बाद से उन्होंने कोई प्रतिस्पर्धी क्रिकेट नहीं खेला। फरवरी में जब शमी की टखने की सर्जरी हुई, तब से वे छह महीने तक मैदान से दूर रहे।
इस दौरान शमी की वापसी को लेकर कई अटकलें लगाई गईं, लेकिन एनसीए और टीम मैनेजमेंट ने हमेशा यह सुनिश्चित किया कि उनके फिटनेस पर कोई भी गलत कदम न उठाया जाए। शमी के इंस्टाग्राम वीडियो और अन्य सोशल मीडिया पोस्ट्स में उनके उत्साह और मेहनत का साफ पता चलता है।
संभावित चुनौतियाँ और आगे का रास्ता
शमी की वापसी के रास्ते में कई चुनौतियाँ हो सकती हैं। उनका टखना अभी भी पूरी तरह से ठीक नहीं हुआ है, और इसपर अत्यधिक दबाव डालना उनके लिए खतरनाक हो सकता है। इसलिए, टीम मैनेजमेंट और चयनकर्ता शमी को बिना जल्दबाज़ी के पूरी तरह से फिट होने का अवसर दे रहे हैं।
न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज और रणजी ट्रॉफी के मैच शमी के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर होंगे, जिसमें वे अपने फिटनेस को टेस्ट कर सकते हैं और प्रतिस्पर्धी क्रिकेट में अपने वापसी की पुष्टि कर सकते हैं।
शमी की वापसी का रास्ता लम्बा और चुनौतीपूर्ण है, लेकिन उनकी महत्वाकांक्षा और मेहनत से भारतीय क्रिकेट टीम को उम्मीद है कि वे जल्द ही अपने पुराने फॉर्म में लौट आएंगे। उनके फैंस और टीम मैनेजमेंट दोनों को उनकी वापसी का बेसब्री से इंतजार है।