परिचय
भारत के गृह मंत्री अमित शाह के बेटे और बीसीसीआई के सचिव जय शाह का क्रिकेट प्रशासन में कद अब और बढ़ गया है। बीसीसीआई और एशियन क्रिकेट काउंसिल के बाद अब जय शाह आईसीसी तक पहुंच गए हैं। मंगलवार को जय शाह निर्विरोध आईसीसी के नए चेयरमैन चुने गए। जय शाह आईसीसी के सबसे युवा चेयरमैन हैं। वह महज 35 साल की उम्र में यह जिम्मेदारी संभालेंगे।
नए चेयरमैन का चयन
आईसीसी के मौजूदा चेयरमैन ग्रेग बारक्ले ने तीसरे टर्म के लिए चुनाव न लड़ने का फैसला किया था। वह साल 2020 से इस पद पर थे। जय शाह इकलौते उम्मीदवार थे। ऐसे में नॉमिनेशन का समय खत्म होते ही जय शाह की जीत तय हो गई। जय शाह एक दिसंबर 2024 से आईसीसी के चेयरमैन का पद संभालेंगे।
पिछले चेयरमैन और भारतीय प्रतिनिधित्व
जय शाह से पहले भारत के जगमोहन डालमिया, शरद पवार, एन श्रीनिवासन और शशांक मनोहर के बाद आईसीसी चेयरमैन या चीफ बनने वाले पांचवें भारतीय हैं। जगमोहन डालमिया 1997 से 2000 तक चेयरमैन रहे। शरद पवार ने 2000 से 2012 तक इस भूमिका को निभाया। उसके बाद एन श्रीनिवासन ने 2014 से 2015 तक और शशांक मनोहर ने 2015 से 2020 तक आईसीसी के चेयरमैन का पदभार संभाला।
आधिकारिक बयान
आईसीसी की ओऱ से जारी बयान में कहा गया, ‘जय शाह को निर्विरोध आईसीसी का नया इंडिपेंडेंट चेयरमैन चुना गया है। जय शाह अक्टूबर 2019 से बीसीसीआई के सचिव हैं और 2021 से एशियन क्रिकेट काउंसिल के चेयरमैन हैं। वह एक दिसंबर से इस पद का काम संभालेंगे। पूर्व चेयरमैन ग्रेग बार्क्ले के चुनाव से हटने के बाद वह इकलौते उम्मीदवार थे।’
जय शाह की प्रतिक्रिया
जय शाह ने कहा, ‘मैं इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल का अध्यक्ष बनने पर आभारी हूं। मैं आईसीसी की टीम और उसके सदस्यों के साथ मिलकर क्रिकेट के लिए काम करने के लिए प्रतिबद्ध हूं। फिलहाल क्रिकेट के अलग-अलग फॉर्मेट को बढ़ावा देना जरूरी है। मैं खेल में नई टेक्नोलॉजी लाने की कोशिश करूंगा, साथ ही वर्ल्ड कप जैसे इवेंट्स को ग्लोबल मार्केट्स तक भी पहुंचाने की भी कोशिश करूंगा।” क्रिकेट का ओलिंपिक 2028 में शामिल होना बड़ी उपलब्धि है। इसे हम ओलिंपिक के जरिए ग्लोबल पहचान दिलाएंगे और ज्यादा देशों तक पहुंचाने की कोशिश करेंगे।’
क्रिकेट में नए बदलाव
जय शाह ने यह भी कहा कि उनके नेतृत्व में क्रिकेट के सभी फार्मेट्स को और भी विस्तृत तरीके से प्रस्तुत किया जाएगा। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि वे क्रिकेट में नई तकनीक लाने का प्रयास करेंगे जिसका उद्देश्य खेल को और अधिक रोमांचक और दर्शनीय बनाना होगा। क्रिकेट को ओलिंपिक्स में शामिल करना भी एक महत्वपूर्ण कदम बताया गया है, जो वैश्विक स्तर पर खेल के विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
भविष्य की योजनाएं
जय शाह ने यह स्पष्ट किया कि उनका मुख्य ध्यान खेल के मानकों को और ऊँचा उठाने पर होगा। इसके लिए वे खिलाड़ियों के विकास, टूर्नामेंट के आयोजन, और क्रिकेट के व्यापारिक पहलुओं पर भी जोर देंगे। उन्होंने यह भी कहा कि वह वैश्विक मंच पर भारतीय क्रिकेट के प्रभाव को और बढ़ाने के लिए काम करेंगे।
निष्कर्ष
जय शाह का आईसीसी चेयरमैन पद पर निर्वाचन क्रिकेट के विकास और उसकी नई दिशाओं में आगे बढ़ने का संकेत है। उनके नेतृत्व में क्रिकेट के विभिन्न फॉर्मेट्स को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है, साथ ही नई तकनीक और ओलिंपिक्स के माध्यम से खेल को वैश्विक मंच पर और ऊँचा स्थान मिलेगा। क्रिकेट प्रेमियों और खिलाड़ियों के लिए यह एक उत्साहजनक समय है जिसमें क्रिकेट के विस्तार और विकास की नई संभावनाएं जगमगाएंगी।