श्रीजा अकुला का बेमिसाल प्रदर्शन
भारतीय महिला टेबल टेनिस खिलाड़ियों का पेरिस ओलंपिक 2024 में जलवा जारी है। युवा खिलाड़ी श्रीजा अकुला ने अपने जन्मदिन पर बुधवार (31 जुलाई) को इतिहास रचा। महिला टेबल टेनिस एकल स्पर्धा में सिंगापुर की जियान जेंग को छह गेम में हराकर राउंड ऑफ 16 में प्रवेश किया। वह राउंड ऑफ 16 में पहुंचने वाली भारत की दूसरी पैडलर बनीं। इससे पहले, यही कारनामा मनिका बत्रा ने किया था।
मुकाबले की शुरुआत
जियान जेंग के खिलाफ अकुला की शुरुआत थोड़ी खराब रही, लेकिन उन्होंने शानदार वापसी करते हुए सिंगापुर की अपनी प्रतिद्वंद्वी को छह गेम में 9-11, 12-10, 11-4, 11-5, 10-12, 12-10 से हराकर राउंड ऑफ 16 में प्रवेश कर लिया। इस मुकाबले की शुरुआत श्रीजा और जेंग के बीच कड़ी टक्कर से हुई। सिंगापुर की खिलाड़ी ने अंत तक कड़ी टक्कर दी और भारतीय खिलाड़ी को पछाड़कर पहला गेम 11-9 से जीत लिया।
दूसरे गेम में चुनौती
अकुला दूसरे गेम में भी अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रही थीं। जेंग ने लगातार दबाव बनाए रखा, लेकिन दुनिया की 16वें नंबर की खिलाड़ी अकुला ने हार नहीं मानी और कड़ी टक्कर दी। मुकाबला टायरब्रेकर तक गया। भारतीय खिलाड़ी ने आखिरकार जेंग को 12-10 से हराया। युवा भारतीय अकुला को इस लय की जरूरत थी। उन्होंने अगले गेम में अपने प्रतिद्वंद्वी को पूरे जोश के साथ खेलते हुए 11-4 से जीतकर 2-1 की बढ़त हासिल की।
लय में वापसी
तीसरे गेम के बाद, श्रीजा की प्रर्दशन निश्चित रूप से बढ़ गया था। लगातार बढ़ते आत्मविश्वास के साथ, अकुला ने जेंग के खिलाफ 11-5 की आसान जीत हासिल की। जेंग ने वापसी कर पांचवें गेम को 10-12 अपने नाम किया, लेकिन यह उनकी आखिरी गेम जीत साबित हुई। इसके बाद, अकुला ने 12-10 से गेम अपने नाम किया।
अकुला का शानदार प्रदर्शन
मुकाबला का अंतिम परिणाम 4-2 के स्कोर के साथ श्रीजा अकुला के पक्ष में रहा। 26 वर्षीय अकुला ने अब ओलंपिक में टेबल टेनिस के प्री-क्वार्टर फाइनल में पहुंचकर एक और मील का पत्थर पार किया है। इससे पहले, मनिका बत्रा ने भी कुछ दिन पहले यह उपलब्धि हासिल की थी। इन दोनों के अलावा, ओलंपिक में कोई भी पुरुष या महिला भारतीय पैडलर राउंड ऑफ 16 में नहीं पहुंचा है।
वाहवाही के पात्र
श्रीजा का प्रदर्शन वाकई काबिले तारीफ है। उनकी मेहनत और समर्पण ने भारत को गौरवमयी किया है। भारतीय तिरंगा पारिस के ओलंपिक मैदान में एक बार फिर से गर्व से लहरा रहा है। इस जीत ने देशभर के टेबल टेनिस प्रेमियों और खेल प्रेमियों में नई ऊर्जा का संचार किया है।
आगे का रास्ता
प्री-क्वार्टर फाइनल में आने के बाद अब देखने का विषय है कि श्रीजा अकुला कैसे आगे बढ़ेंगी। इस जीत ने उनके आत्मविश्वास को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है। आगामी मुकाबलों में उनके प्रदर्शन पर सबकी नजरें होंगी। यदि वह इसी जुनून और जोश से खेलती रही तो निश्चित रूप से वह और भी बड़ी उपलब्धियों को हासिल कर सकती हैं।
समर्थन और उम्मीद
भारतीय टीम और फैंस का समर्थन श्रीजा के साथ है। उनके इस विशेष मौके को मनाने में पूरा देश उनके साथ है। हमें आशा है कि वह इसी प्रकार आगे बढ़ती रहें और भारत को ओलंपिक में गौरव दिलाती रहें।
इस प्रकार, श्रीजा अकुला ने अपने जन्मदिन को खास बनाते हुए एक अद्वितीय इतिहास रचा है। उन्होंने यह साबित कर दिया है कि मेहनत और लगन से हर चुनौती को पार किया जा सकता है। हमें उनकी भविष्य की यात्राओं में और भी ऊँचाइयों को छूने की कामना है।