जो रूट की ऐतिहासिक उपलब्धि
इंग्लैंड के दिग्गज बल्लेबाज जो रूट ने टेस्ट बल्लेबाजों की आईसीसी रैंकिंग में शीर्ष स्थान पर नौवीं बार कब्जा जमाया है। उन्होंने न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन को पछाड़कर यह मुकाम हासिल किया है। इस उपलब्धि को हासिल करने में बर्मिंघम टेस्ट में उनकी 87 रनों की पारी का महत्वपूर्ण योगदान रहा। इस पारी ने उन्हें न केवल शीर्ष पर पहुंचाया, बल्कि वे इस दौरान एक और बड़ा मील का पत्थर भी हासिल करने में कामयाब रहे।
वेस्टइंडीज के खिलाफ खेले गए इस टेस्ट मैच में, रूट ने अपने विस्फोटक प्रदर्शन से सभी का ध्यान खींचा। इस मैच में वे ब्रायन लारा के 11,953 टेस्ट रनों को पीछे छोड़ते हुए टेस्ट मैचों के इतिहास में सातवें सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी बन गए। 12,207 रनों के साथ, रूट वर्तमान समय के सक्रिय टेस्ट क्रिकेटरों में सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं, उनके पीछे ऑस्ट्रेलिया के स्टीवन स्मिथ (9685 रन) और भारत के विराट कोहली (8848 रन) हैं।
टी20 रैंकिंग में भारतीय खिलाड़ियों का दबदबा
पुरुषों की टी20 रैंकिंग की बात करें, तो इसमें भी भारतीय खिलाड़ियों ने अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज की है। भारतीय ओपनर यशस्वी जायसवाल, जो श्रीलंका के खिलाफ तीन मैचों की सीरीज में 178 के स्ट्राइक रेट से 80 रन बनाने में सफल रहे, वे चौथे स्थान पर वापस आ गए हैं। इस सीरीज में भारतीय टीम ने 3-0 से जीत हासिल की।
इसके अलावा, शुभमन गिल भी टी20 रैंकिंग में करियर की सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग पर पहुंच गए। गिल ने 16 पायदान चढ़कर 21वें स्थान पर अपनी जगह बनाई। यह उनके लिए एक बड़ी उपलब्धि है और इससे भारतीय क्रिकेट प्रेमियों में खुशी की लहर दौड़ गई है।
अन्य खिलाड़ियों की उपलब्धियाँ
इंग्लैंड के विकेटकीपर-बल्लेबाज जेमी स्मिथ, जिन्होंने इस टेस्ट मैच में शतक से चूक गए थे, उन्होंने भी 31 पायदान ऊपर चढ़कर 64वें स्थान पर अपनी जगह बनाई। टेस्ट रैंकिंग में इस तरह की उन्नति किसी भी युवा खिलाड़ी के लिए गर्व की बात होती है। इसके अलावा इंग्लैंड के तेज गेंदबाज मार्क वुड ने 92 रन देकर 7 विकेट लिए और ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ बने। वे पहली बार गेंदबाजी रैंकिंग में शीर्ष 20 में पहुंच गए।
भारतीय गेंदबाजों का प्रदर्शन
पुरुषों की टी20 रैंकिंग में भारतीय लेग स्पिनर रवि बिश्नोई ने भी अपनी धमाकेदार वापसी की है। बिश्नोई, जो पहले नंबर 1 टी20 गेंदबाज भी रह चुके हैं, अब शीर्ष 10 में वापस आ गए हैं। यह उनकी लगातार मेहनत और मेहनतकश खेल का परिणाम है।
श्रीलंकाई खिलाड़ियों की भी तारीफ
श्रीलंकाई खिलाड़ियों ने भी अपने शानदार खेल से ध्यान खींचा है। पथुम निसांका, जिन्होंने 11 पायदान ऊपर चढ़कर 15वें स्थान पर जगह बनाई, और कुसल परेरा, जिन्होंने 40 पायदान ऊपर संयुक्त 63वें स्थान पर पहुंच गए, ये दोनों बल्लेबाज भी शीर्ष स्थानों की ओर अग्रसर हैं।
निष्कर्ष
यह रैंकिंग हमें यह दिखाती है कि कप्तान और खिलाड़ियों की मेहनत और उनके खेल का प्रदर्शन कैसे उन्हें विश्व स्तर पर पहचान दिलाता है। जो रूट और भारतीय खिलाड़ियों का प्रदर्शन क्रिकेट प्रेमियों के लिए गर्व की बात है। यह घटनाक्रम न केवल क्रिकेट के खेल को और रोमांचक बनाता है, बल्कि युवा खिलाड़ियों को भी प्रेरणा देता है कि वे भी कड़ी मेहनत और समर्पण से इस मुकाम को हासिल कर सकते हैं। क्रिकेट प्रेमियों को उम्मीद है कि ये खिलाड़ी अपने मैदान पर इसी प्रदर्शन को जारी रखेंगे।