/h2: पेरिस पैरालंपिक 2024 में मनीष नरवाल का शानदार प्रदर्शन
पेरिस पैरालंपिक 2024 में भारतीय निशानेबाज मनीष नरवाल ने एक बार फिर अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से देश को गर्वित कर दिया। उन्होंने P1 पुरुष 10 मीटर एयर पिस्टल SH1 कैटेगरी में रजत पदक जीतकर भारत के खाते में चौथा पदक जोड़ा। मनीष ने अपनी कुशलता और समर्पण से यह मुकाम हासिल किया, जो पहले से ही टोक्यो पैरालंपिक में स्वर्ण पदक जीत चुके थे।
/h2: मुकाबले की धड़कनें बढ़ाती भूमिका
मनीष नरवाल ने इस प्रतियोगिता में दक्षिण कोरिया के जो जोंगडू को कड़ी टक्कर दी। मुकाबले की शुरुआत से ही 22 साल के मनीष ने अपनी पकड़ बनाए रखी और काफी समय तक आगे चल रहे थे। हालांकि, लगातार खराब स्कोरिंग के कारण वह पीछे रह गए और अनुभवी दक्षिण कोरियाई निशानेबाज जो जोंगडू स्वर्ण पदक जीत गए।
मनीष नरवाल ने अपने कैलिबर को दिखाते हुए 234.9 का स्कोर किया, जबकि जोंगडू ने 237.4 के उच्चतम स्कोर के साथ स्वर्ण पदक जीता। चीन के यांग चाओ ने भी अपने कौशल का प्रदर्शन करते हुए 214.3 का स्कोर किया और कांस्य पदक जीता। इस प्रकार, कांटे की इस टक्कर में मनीष नरवाल का सिल्वर पदक एक बड़ी उपलब्धि रही।
/h2: क्वालिफिकेशन दौर में खेली गई रणनीतिक चालें
मनीष नरवाल क्वालिफिकेशन दौर में 565 स्कोर के साथ पांचवें स्थान पर रहे थे। फरीदाबाद निवासी मनीष को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की कई प्रतियोगिताओं में पदक जीतने का अनुभव है, जो उनके आत्मविश्वास का मुख्य कारण है। इस बार भी उनकी रणनीतिक चालें और तकनीकी दक्षता ने उन्हें फाइनल में अपने स्थान को पक्का करने में सहायता की।
/h2: अन्य भारतीय निशानेबाजों का प्रदर्शन
भारतीय टीम के अन्य प्रमुख प्रतिस्पर्धी रुद्रांक्ष खंडेलवाल भी अपनी पूरी दौर की कोशिश में पीछे नहीं रहे। हालाँकि, वे क्वालिफिकेशन में 561 के स्कोर के साथ नौवें स्थान पर रहकर फाइनल में जगह बनाने में असफल रहे। उनकी कार्यक्षमता और दृढ़ संकल्प की भी तारीफ की जानी चाहिए, क्योंकि यह अनुभव भविष्य की प्रतियोगिताओं के लिए मूल्यवान साबित होगा।
/h2: पैरा निशानेबाजी के एसएच 1 वर्ग की विशेषताएँ
एसएच 1 वर्ग में पिस्टल निशानेबाज बिना किसी अड़चन के पिस्टल उठा सकते हैं और वे व्हीलचेयर या चेयर पर खड़े होकर या बैठकर निशाना लगाते हैं। इस श्रेणी में मनीष नरवाल ने अपने कौशल का पूर्ण प्रदर्शन किया और विशेष वर्ग की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए उत्कृष्टता प्राप्त की।
/h2: भारतीय टीम के लिए नई उम्मीदें
पेरिस पैरालंपिक 2024 में मनीष नरवाल के इस शानदार प्रदर्शन से भारत के लिए पदकों की संख्या 4 हो गई है। निशानेबाजी में मनीष नरवाल और मोना अग्रवाल के विभिन्न पदक इस क्षेत्र में भारत की बढ़ती ताकत को दर्शाते हैं। अवनी लेखरा के स्वर्ण पदक और मनीष नरवाल व मोना अग्रवाल के रजत और कांस्य पदक इस क्षेत्र में भारतीय टैलेंट का प्रतीक हैं।
ट्रैक इवेंट में पूजा पाल ने ताजगी का नया इतिहास रचा, जबकि साइकिलिंग में भारत के अरशद शेख अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करते हुए नौवें स्थान पर रहे। अरशद शेख ट्रैक साइकिलिंग में पुरुष 1000 मीटर टाइम ट्रायल सी 1.3 वर्ग और रोड साइकिलिंग में भी अपना भाग्य आजमाएंगे।
/h2: निष्कर्ष
मनीष नरवाल के सफलतम प्रयासों का भारतीय खेल प्रेमियों को गर्व है। उनके इस ऐतिहासिक प्रदर्शन से अन्य खिलाड़ियों को भी प्रेरणा मिलेगी। पेरिस पैरालंपिक 2024 में मनीष ने साबित कर दिया कि अथक मेहनत और दृढ़ निश्चय से किसी भी लक्ष्य को प्राप्त करना संभव है। हमें उम्मीद है कि भविष्य में भी मनीष और अन्य भारतीय खिलाड़ी अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से देश का नाम रोशन करेंगे।