भारतीय टीम प्रबंधन की योजनाएँ
भारतीय टीम प्रबंधन तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी की वापसी को लेकर जल्दबाजी के बिल्कुल मूड में नहीं है। टीम इंडिया की प्राथमिकता इस साल के अंत में ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए 33 साल के मोहम्मद शमी को फिट और तरोताजा रखना है। भारत को ऑस्ट्रेलिया में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के तहत 5 टेस्ट मैच की सीरीज खेलनी है। यह सीरीज भारतीय टीम के लिए बेहद महत्वपूर्ण है, और शमी की वापसी से इसके सफलता की संभावनाएँ और मजबूत हो सकती हैं।
शमी का पुनर्वास कार्यक्रम
फरवरी 2024 में टखने की सर्जरी कराने के बाद मोहम्मद शमी का पुनर्वास कार्यक्रम ठीक चल रहा है। लेकिन, अगले महीने घर पर बांग्लादेश सीरीज के लिए उनकी उपलब्धता की संभावना बहुत कम है, क्योंकि अब तक वह पूरी तरह फिट नहीं हुए हैं। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, मोहम्मद शमी की कोशिश 11 अक्टूबर को रणजी ट्रॉफी के पहले मैच में खेलने की होगी। अगर वह इस मैच में खेलते हैं, तो बांग्लादेश के खिलाफ सीरीज के बाद घरेलू मैदान पर न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे या तीसरे टेस्ट के दौरान वापसी कर पाएंगे।
शमी के विकल्प और रणनीतियाँ
वैकल्पिक रूप से, शमी को भारत ए टीम के साथ ऑस्ट्रेलिया भेजने के बारे में भी विचार किया जा रहा है। भारत ए टीम 31 अक्टूबर और 7 नवंबर को मैके (Mackay) और मेलबर्न (Melbourne) में होने वाले दो 4 दिवसीय मैच खेलेगी। इस योजना के तहत, शमी फिर से टीम इंडिया के लिए महत्वपूर्ण खिलाड़ी साबित हो सकते हैं।
लंबे समय से चल रही क्रिकेट से दूरी
शमी ने 2023 में अहमदाबाद में ICC एकदिवसीय विश्व कप फाइनल के बाद से प्रतिस्पर्धी क्रिकेट मैच नहीं खेला है। पिछले साल लगी टखने की चोट ने उन्हें लंबे समय से क्रिकेट से दूर रखा है। बेंगलुरु में राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) में कुछ महीनों के पुनर्वास से गुजरने के बाद, शमी ने फरवरी के अंत में सर्जरी का विकल्प चुना। अब, शमी अगले हफ्ते सर्जरी के छह महीने पूरे कर लेंगे और उनकी वापसी के लिए रणनीतियाँ बनाई जा रही हैं।
बुमराह के मामले जैसा फॉर्मूला
शमी के लिए भी जसप्रीत बुमराह के मामले जैसा फॉर्मूला बनाया गया है। यह सही है कि मोहम्मद शमी की चोट जसप्रीत बुमराह की तरह करियर के लिए खतरे वाली नहीं है, लेकिन उन्होंने लंबे समय से कोई मैच नहीं खेला है, इसका मतलब है कि उनका वर्कलोड धीरे-धीरे बढ़ाना होगा। पिछले साल बुमराह की वापसी के लिए BCCI ने एक स्पष्ट रोडमैप बनाया था और वही तरकीब शमी के लिए भी अपनाई जा रही है।
आने वाले मैचों की योजना
सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है कि एक बार जब शमी नियमित रूप से नेट पर बल्लेबाजों को गेंदबाजी करना शुरू कर देंगे, तो अगला कदम एनसीए में अभ्यास मैचों में हिस्सा लेना होगा। सूत्रों ने बताया, ‘चूंकि वह काफी समय से नहीं खेले हैं, इसलिए उन्हें सिस्टम में आसानी से शामिल किया जाना चाहिए। बुमराह के साथ, हमने आयरलैंड में टी20 मैच खेले, जिससे हमें धीरे-धीरे उनका वर्कलोड बढ़ाने का मौका मिला।’
चरण-दर-चरण प्रक्रिया
सूत्रों के अनुसार, ‘…लेकिन शमी के मामले में टेस्ट क्रिकेट में उन्हें लंबे स्पैल में गेंदबाजी करनी होगी। यह एक चरण-दर-चरण प्रक्रिया होगी और अंतिम लक्ष्य ऑस्ट्रेलिया दौरा है।’ बांग्लादेश के खिलाफ 19 सितंबर से शुरू होने वाले दो टेस्ट मैच से शुरू होकर, भारत नवंबर के मध्य में ऑस्ट्रेलिया रवाना होने से पहले न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन और टेस्ट मैचों की मेजबानी करेगा। यह चरण-दर-चरण प्रक्रिया यह सुनिश्चित करेगी कि शमी वापसी के लिए पूरी तरह तैयार हों और अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दे सकें।
इस तरह की योजनाएँ और सावधानीपूर्वक कदम भारतीय टीम को न केवल वर्तमान सीरीज में बल्कि भविष्य के महत्वपूर्ण दौरों में भी सफलता की ओर अग्रसर करेगी।