परिचय
बांग्लादेश में हालिया आंतरिक अशांति ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल (ICC) को 2024 के महिला टी20 विश्व कप के आयोजन स्थल को लेकर असमंजस में डाल दिया है। देश में लंबे समय से चली आ रही कर्फ्यू, इंटरनेट बंदी, दंगे और हिंसा ने आईसीसी के दुबई स्थित मुख्यालय में खासी चिंता पैदा कर दी है।
आईसीसी की स्थिति
क्रिकबज की रिपोर्ट के अनुसार, अगर बांग्लादेश से टूर्नामेंट की मेजबानी वापस ले ली जाती है, तो यह आश्चर्यजनक नहीं होगा। आईसीसी के एक प्रवक्ता ने कहा, “बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी), उनकी सुरक्षा एजेंसियों और अपने स्वतंत्र सुरक्षा सलाहकारों के साथ समन्वय में आईसीसी घटनाक्रमों पर बारीकी से नजर रख रहा है। हमारी प्राथमिकता सभी प्रतिभागियों की सुरक्षा और भलाई है।”
मेजबानी के विकल्प
अगर बांग्लादेश में टूर्नामेंट आयोजित नहीं हो पाता तो आईसीसी के पास भारत एक मजबूत विकल्प के रूप में है। इसके अलावा यूएई और श्रीलंका भी इस आवश्यकता को पूरा करने के लिए मान्य माने जा रहे हैं। आईसीसी के एक सदस्य ने कहा, “अगर यह स्पष्ट हो जाता है कि हम बांग्लादेश में नहीं खेल सकते हैं, तो अनुकूल मौसम वाले सभी स्थानों पर विचार किया जाएगा।”
बांग्लादेश में स्थिति
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के पद से इस्तीफा देने और देश छोड़ने के बाद स्थिति और भी गंभीर हो गई है। बांग्लादेश में लंबे समय से कर्फ्यू है। इंटरनेट बंद होने के साथ-साथ दंगे, आगजनी और हिंसा की घटनाएं हो रही हैं। देश में आंतरिक अशांति का यह दौर अक्टूबर में होने वाले वैश्विक आयोजन की सुरक्षा को लेकर आईसीसी के लिये चिंता का विषय बना हुआ है।
प्रस्तावित कार्यक्रम
महिला टी20 विश्व कप का आयोजन 3 से 20 अक्टूबर तक बांग्लादेश के ढाका में शेरे बांग्ला नेशनल क्रिकेट स्टेडियम और सिलहट में सिलहट इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में 18 दिनों के दौरान प्रस्तावित है। इस दौरान दस टीमों को 23 मैच खेलने हैं। लेकिन मौजूदा हालात में टूर्नामेंट का आयोजन मुश्किल लगता है।
आगे की योजना
सार्वजनिक सुरक्षा की चिंता के चलते आईसीसी ने संभावित विकल्पों पर विचार करने का फैसला किया है। आईसीसी अधिकारियों के अनुसार, वे बांग्लादेश की क्रिकेट बोर्ड के अधिकारियों से बैठक करेंगे और स्थिति की गंभीरता का आकलन करेंगे। इससे स्पष्ट होगा कि टूर्नामेंट को आयोजित करने का निर्णय कब और कैसे लिया जाता है। हालांकि, आईसीसी बोर्ड की जल्द ही बैठक होने की उम्मीद है, जहां वे इस पर अंतिम फैसला करेंगे।
विकल्पों की समीक्षा
आईसीसी के प्रवक्ता ने कहा कि वे हर संभव आयाम पर विचार कर रहे हैं। भारत, यूएई और श्रीलंका के नाम पर गंभीरता से विचार हो रहा है। अगर ये टूर्नामेंट बांग्लादेश से हटाया जाता है तो भारत इसकी मेजबानी के लिए सबसे प्रबल दावेदार है। भारत के पास अंतरराष्ट्रीय स्तर के उच्च मानकों वाले स्टेडियम और सुरक्षा व्यवस्था है जो इस तरह के बड़े आयोजन के लिए आदर्श है।
बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) की प्रतिक्रिया
बीसीबी अधिकारियों ने स्थिति को सुधारने के प्रयासों का आश्वासन दिया है, लेकिन यह देखना बाकी है कि उनकी यह कोशिशें कितनी कारगर साबित होती हैं। बीसीबी के अधिकारी उम्मीद कर रहे हैं कि स्थिति जल्द ही सामान्य हो जाए और टूर्नामेंट का आयोजन बांग्लादेश में ही किया जा सके।
निष्कर्ष
बांग्लादेश की आंतरिक अशांति ने महिला टी20 विश्व कप को लेकर अनिश्चितता पैदा कर दी है। आईसीसी बांग्लादेश की स्थिति पर करीबी नजर रखे हुए है और संभावित विकल्पों का मंथन कर रहा है। अगर बांग्लादेश में स्थिति सामान्य नहीं होती है तो भारत इस बड़े आयोजन का मेजबान बनने के लिए तैयार खड़ा है। उम्मीद है कि आईसीसी जल्द ही इस पर अंतिम निर्णय लेगा और सभी प्रतिभागियों की सुरक्षा और भलाई सुनिश्चित करेगा।