मनु भाकर की टोक्यो से पेरिस तक की यात्रा
टोक्यो ओलंपिक में भारतीय शूटर मनु भाकर की पैनी निगाहों और तीव्र निशाने के बावजूद, वह खाली हाथ लौटी थीं। उस वक्त उनकी खूब आलोचना हुई थी। हालांकि, तीन साल बाद कहानी एकदम उलट हो गई है। पेरिस ओलंपिक में अब तक के 6 दिनों में भारत ने तीन मेडल जीते हैं और उन तीनों में से दो मेडल मनु भाकर की बदौलत हैं। महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल में कांस्य पदक जीतने के बाद उन्होंने 10 मीटर मिक्सड टीम ब्रॉन्ज मेडल इवेंट में सरबजोत सिंह के साथ मेडल दिलाया।
ब्रांड्स की नई पसंदीदा ‘बुलेट क्वीन’
मनु भाकर की इस शानदार प्रदर्शन के बाद उनकी जिंदगी ही बदल गई है। 22 साल की इस भारतीय शूटर के साथ 40 से ज्यादा ब्रांड जुड़ना चाहते हैं। ये ब्रांड्स मनु भाकर पर खजाना लुटाने को तैयार हैं। उनकी एंडोर्समेंट फीस 20 लाख से करोड़ों में पहुंच गई है। अगर यही रफ्तार बरकरार रही तो मनु भी ओलंपिक चैंपियन नीरज चोपड़ा की तरह अपनी ब्रांड वैल्यू अर्जित कर सकती हैं। टीनएज में शुरुआती सफलता के बाद से भारतीय निशानेबाजी की फेस रहीं मनु का तीन साल पहले टोक्यो में ओलंपिक पदार्पण हुआ था।
टोक्यो से सीखी गई सीख
टोक्यो ओलंपिक के दौरान मनु को उनकी पिस्तौल ने धोखा दिया था, जिसके बाद वह खाली हाथ लौटी थीं। उस वक्त किसी ने उनकी परवाह नहीं की और हर तरफ से उन्हें सलाह मिलती रही। लेकिन मनु ने इस सबक को बहुत गंभीरता से लिया और टोक्यो के बुरे सपने से उबरने में परिवार की मदद ली। छुट्टी मनाने के बाद, उन्होंने अपने करियर को नई दिशा देने के लिए कड़ा परिश्रम किया।
पेरिस में मिला जीवन बदलने वाला अनुभव
तीन साल बाद, मनु भाकर को अपने दूसरे ओलंपिक में दो कांस्य पदक जीतने का अद्वितीय अवसर मिला। यह उनके लिए जीवन बदल देने वाला अनुभव साबित हुआ है। अगर वह 25 मीटर पिस्टल में फिर से अच्छा प्रदर्शन कर पाती हैं तो एक अभूतपूर्व हैट्रिक लगाएंगी।
एंडोर्समेंट और ब्रांड वैल्यू में उछाल
अब 40 से ज्यादा ब्रांड्स मनु को मैनेज करने वाली एजेंसी आईओएस स्पोर्ट्स एंड एंटरटेनमेंट के दरवाजे पर दस्तक दे रहे हैं। कुछ ब्रांड्स ने तो सोशल मीडिया पर अपने लोगो के साथ मनु की फोटो का भी इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है। इसे लेकर आईओएस स्पोर्ट्स एंड एंटरटेनमेंट के सीईओ और एमडी नीरव तोमर ने कहा, “लगभग 150-200 ब्रांड्स ने ऐसा किया है, जो कॉर्पोरेट इंडिया के गैर-पेशेवर व्यवहार को दर्शाता है।”
हमें पिछले 2-3 दिनों में ही करीब 40 ब्रांड्स ने संपर्क किया है। हम अभी लंबे समय वाले डील पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं और हमने कुछ एंडोर्समेंट पूरे भी कर लिए हैं। बेशक, उनकी ब्रांड वैल्यू में पांच से छह गुना उछाल आया है। पहले जो 20-25 लाख रुपये की डील होती थी, वह अब एक एंडोर्समेंट के लिए लगभग 1.5 करोड़ रुपये तक पहुंच गई है।
नीरज चोपड़ा जैसी सफलता की ओर अग्रसर
इकोनॉमिक टाइम्स ने पिछले साल अगस्त में क्रोल की सेलिब्रिटी ब्रांड वैल्यूएशन रिपोर्ट 2022 के हवाले से बताया कि नीरज चोपड़ा की ब्रांड वैल्यू 26.5 मिलियन डॉलर (221 करोड़ रुपये से ज्यादा) थी। चोपड़ा वर्तमान में सालाना एंडोर्समेंट फीस के रूप में 4 करोड़ रुपये लेते हैं। वह टाटा एआईए लाइफ इंश्योरेंस, जिलेट, कंट्री डिलाइट, कोका-कोला और अंडर आर्मर समेत अन्य ब्रांड्स को एंडोर्स करते हैं। रिपोर्ट में कहा गया था कि साल के अंत तक नीरज की ब्रांड एंडोर्समेंट और बढ़ जाएगी।
उज्ज्वल भविष्य की ओर
मनु भाकर की यह यात्रा किसी प्रेरणा स्रोत से कम नहीं है। टोक्यो की असफलता ने उनके उत्साह और जीवन की दिशा को पूरी तरह से मोड़ दिया। आज, उनके अद्वितीय परिश्रम और प्रस्तुति ने उन्हें न केवल ओलंपिक पदक विजेता बनाया है, बल्कि ब्रांड वैल्यू के मामले में भी नए स्तर पर पहुंचाया है।
आने वाले महीनों में, अगर मनु अपने इस प्रदर्शन को निरंतरता देती हैं, तो वह निश्चित रूप से नीरज चोपड़ा जैसी सफलता की ऊंचाई को छू सकती हैं। इस प्रकार, भारत के खेल इतिहास में मनु भाकर की कहानी एक अद्वितीय और प्रेरणादायक अध्याय बनकर उभरेगी। इस शानदार यात्रा के साथ, ‘बुलेट क्वीन’ ने साबित कर दिया है कि उनकी मंजिल केवल आसमान की ऊंचाइयां हैं।