पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत के स्टार एथलीट नीरज चोपड़ा से बड़ी उम्मीदें जुड़ी हुई हैं। नीरज ने टोक्यो ओलंपिक 2018 में भारत के लिए गोल्ड मेडल जीता था और अब एक बार फिर से उनके पेरिस में भी इसी उपलब्धि को दोहराने की संभावना है। अगर नीरज चोपड़ा इस बार भी गोल्ड मेडल जीतने में कामयाब होते हैं, तो वे न केवल इतिहास रच देंगे, बल्कि एक नया रिकॉर्ड स्थापित करेंगे। आइए जानते हैं, नीरज चोपड़ा किस दिन मैदान पर नजर आएंगे और उनकी तैयारी कैसी है।
नीरज चोपड़ा: भारत के लिए उम्मीद की किरण
भारत की तरफ से ओलंपिक इतिहास में गोल्ड मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों की संख्या अभी तक महज दो है। इनमें एक अभिनव बिंद्रा हैं और दूसरे नीरज चोपड़ा। जबकि भारत के किसी भी खिलाड़ी ने अभी तक ओलंपिक में दो गोल्ड मेडल नहीं जीते हैं, लेकिन नीरज का प्रदर्शन एवं उनकी मेहनत को देखते हुए ऐसा संभावना लगाई जा रही है कि वे इस बार दो गोल्ड मेडल जीतने की उम्मीद पूरी कर सकते हैं।
टोर्कियो ओलंपिक 2018 में नीरज का प्रदर्शन
टोर्कियो ओलंपिक 2018 में नीरज चोपड़ा ने अपने धैर्य और प्रतिभा के बल पर भारत के लिए गोल्ड मेडल जीतकर सभी का दिल जीता था। जैवलिन थ्रो इवेंट में नीरज ने 87.58 मीटर का थ्रो किया था और भारत को इस प्रतियोगिता में ऐतिहासिक जीत दिलाई थी। इस उपलब्धि के बाद से नीरज ने अपनी मेहनत और प्रदर्शन से खुद को एक विश्व स्तर के एथलीट के रूप में स्थापित किया है।
पेरिस ओलंपिक 2024 में नीरज का कार्यक्रम
पेरिस ओलंपिक 2024 में नीरज चोपड़ा का कार्यक्रम भी तय हो चुका है। नीरज 6 अगस्त को क्वालिफिकेशन राउंड में मैदान पर उतरेंगे। यदि वे फाइनल के लिए क्वालिफाई कर जाते हैं, तो 8 अगस्त को एक्शन में दिखेंगे। 8 अगस्त को मेंस जैवलिन थ्रो इवेंट की शुरुआत भारतीय समय के अनुसार दिन के 11:55 बजे होगी।
क्या नीरज कायम करेंगे नया इतिहास?
नीरज चोपड़ा अगर 8 अगस्त को मेंस जैवलिन थ्रो इवेंट में भारत के लिए गोल्ड मेडल जीत जाते हैं, तो वे इस प्रतियोगिता में अपने टाइटल का बचाव करने वाले दुनिया के मात्र 5वें एथलीट बन जाएंगे। इससे पहले जैवलिन थ्रो इवेंट में एरिक लेमिंग (स्वीडन- 1908 और 1912), जॉनी मायरा (फिनलैंड- 1920 और 1924), जान जेलेजनी (चेक गणराज्य- 1992, 1996 और 2000) और एंड्रियास थोरकिल्डसन (नॉर्वे- 2004 और 2008) ही ऐसा कर चुके हैं।
नीरज की चुनौतियाँ और तैयारियां
नीरज चोपड़ा के लिए यह यात्रा आसान नहीं होगी। हालांकि उनकी मेहनत और समर्पण उन्हें इस मुकाम तक ले आए हैं, लेकिन फिर भी अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में नई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। यही कारण है कि नीरज अपनी तैयारी पर विशेष ध्यान दे रहे हैं। कोच और ट्रेनर के साथ उन्होंने अपनी तकनीक और फिटनेस पर गहन ध्यान दिया है। वे लगातार अपने प्रदर्शन को सुधारने की कोशिश में जुटे हुए हैं, ताकि वे पेरिस ओलंपिक में भी भारत का नाम रोशन कर सकें।
अन्ततः, नीरज चोपड़ा के पास पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत के लिए दूसरा गोल्ड मेडल जीतने का शानदार मौका है। उनके प्रदर्शन और मेहनत को देखते हुए पूरा देश उम्मीद कर रहा है कि वे इस बार भी गोल्ड मेडल जीतकर एक नया इतिहास रचेंगे। अब यह देखने वाली बात है कि नीरज इस ऐतिहासिक अवसर को कैसे भुनाते हैं और भारत को एक बार फिर से गौरवान्वित करते हैं।