पाकिस्तान के स्टार खिलाड़ियों को नोऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट नहीं मिलेगा
पाकिस्तान के स्टार क्रिकेटर बाबर आजम, मोहम्मद रिजवान और शाहीन अफरीदी को ग्लोबल टी20 कनाडा में खेलने के लिए नोऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट (NoC) मिलने की संभावना नहीं है। पाकिस्तानी मीडिया जियो न्यूज ने सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी है। इस फैसले के बावजूद कि लीग का शेड्यूल पाकिस्तान की किसी भी श्रृंखला या मैच से टकरा नहीं रहा है, खिलाड़ियों को एनओसी नहीं दी जाएगी।
पाकिस्तान का आगामी कार्यक्रम
पाकिस्तान को बांग्लादेश के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी है, जिसकी शुरुआत 21 अगस्त से होगी। वहीं, कनाडाई लीग 25 जुलाई से 11 अगस्त तक निर्धारित है। यहां यह ध्यान देना महत्वपूर्ण है कि लीग शेड्यूल पाकिस्तान के किसी भी सीरीज या मैच से क्लैश नहीं कर रहा है, परंतु खिलाड़ियों को एनओसी इसलिए नहीं मिल रही है क्योंकि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) की नीति के अनुसार सभी प्रारूपों में खेलने वाले खिलाड़ियों को नोऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट जारी नहीं किया जाएगा।
PCB के कदम के पीछे की वजह
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) खिलाड़ियों को एनओसी जारी करने के पक्ष में नहीं है क्योंकि उनके आगे व्यस्त कार्यक्रम हैं। स्टार पेसर नसीम शाह को भी पिछले हफ्ते द हंड्रेड में खेलने के लिए एनओसी देने से मना कर दिया गया था। सूत्रों ने जियो न्यूज को बताया कि पाकिस्तान के क्रिकेटर द्वारा प्रस्तुत आवेदन की समीक्षा करने के बाद एनओसी से इन्कार करने का निर्णय लिया गया है।
खिलाड़ियों की फिटनेस और चोट प्रबंधन
सूत्रों ने बताया कि नसीम के आवेदन को इसलिए खारिज कर दिया गया है ताकि उन्हें चोट से बचाया जा सके क्योंकि यह युवा खिलाड़ी पाकिस्तान के लिए तीनों प्रारूपों में खेलता है और पिछले साल चोट और फिटनेस चुनौतियों का सामना कर चुका है। इसके अलावा, बाबर आजम, मोहम्मद रिजवान, और शाहीन अफरीदी को उनकी फिटनेस और आगामी मैचों के लिए ताजगी बनाए रखने के लिए यह कदम उठाया गया है।
अन्य खिलाड़ी भी प्रभावित
स्टार तिकड़ी के अलावा, मोहम्मद आमिर, मोहम्मद नवाज, आसिफ अली और इफ्तिखार अहमद के पास भी ग्लोबल टी20 कनाडा अनुबंध है, लेकिन यह देखना बाकी है कि उन्हें नोऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट मिलेगा या नहीं। PCB के अध्यक्ष नकवी ने कहा कि खिलाड़ियों को कुछ मानदंडों के आधार पर एनओसी दी जाएगी। जो खिलाड़ी मानदंडों को पूरा करेंगे उन्हीं को एनओसी मिलेगी।
नीति के पीछे का तर्क
इस नीति के पीछे मुख्य तर्क यह है कि PCB अपने खिलाड़ियों की फिटनेस और प्रदर्शन बनाए रखना चाहती है, विशेष रूप से तब जब टीम का आगामी कार्यक्रम काफी व्यस्त हो। टेस्ट, वनडे और टी20 तीनों प्रारूपों में खेलने वाले खिलाड़ी अगर लगातार लीग क्रिकेट खेलते रहेंगे तो यह उनकी फिटनेस और प्रदर्शन दोनों पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।
व्यावसायिक दृष्टिकोण
इसका एक और पहलू यह भी है कि PCB लीग क्रिकेट में अपने खिलाड़ियों की भागीदारी को प्रोत्साहित करना नहीं चाहता ताकि उसके प्रमुख खिलाड़ी इंटरनेशनल मैचों और घरेलू टूर्नामेंट्स के लिए पूरी तरह तैयार रहें। ऐसे में यह कदम बोर्ड के व्यावसायिक दृष्टिकोण से भी जुड़ा हुआ है।
भविष्य का दृष्टिकोण
आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि PCB अपने खिलाड़ियों की एनओसी के मामलों में किस तरह का रुख अपनाती है। क्या बोर्ड के इस फैसले से खिलाड़ियों को निराशा होगी या वे इसे अपने करियर के लिए एक सकारात्मक कदम मानेंगे, यह समय ही बताएगा।
कुल मिलाकर, यह फैसला पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड का अपने खिलाड़ियों की भलाई और फिटनेस को ध्यान में रखते हुए लिया गया है, और इसके पीछे कई महत्वपूर्ण कारण हैं जो बोर्ड की नीति से जुड़े हुए हैं। इस स्थिति में, खिलाड़ियों का प्रतिक्रिया और बोर्ड का भविष्य के लिए यह नीति बनाए रखना या उसमें बदलाव करना, दोनों ही क्रिकेट प्रेमियों के लिए महत्वपूर्ण होगा।