स्पेन बनी यूरोप की सबसे सफल फुटबॉल टीम
स्पेन आधिकारिक तौर पर यूरोप की अब तक की सर्वश्रेष्ठ फुटबॉल टीम बन गई है। बर्लिन में रविवार (14 जुलाई) को हुए यूरो 2024 के फाइनल में टीम ने इंग्लैंड को 2-1 से हराकर ऐतिहासिक जीत दर्ज की। इसी के साथ स्पेन चार बार यह प्रतिष्ठित खिताब जीतने वाली पहली टीम बन गई है। इससे पहले स्पेन ने 1964, 2008 और 2012 में भी यूरो कप का खिताब जीता था। तीन खिताब के साथ जर्मनी इस सूची में दूसरे स्थान पर है। इस जीत ने स्पेन को फुटबॉल के इतिहास में एक अभूतपूर्व स्थान पर स्थापित कर दिया है।
इंग्लैंड के सपनों का एक और अंत
यूरो कप के फाइनल में लगातार दूसरी बार इंग्लैंड का दिल टूट गया। इंग्लैंड लगातार दो यूरो फाइनल हारने वाली पहली टीम बन गई है। चार साल पहले, इटली के खिलाफ पेनल्टी किक के कारण ट्रॉफी से हाथ धो बैठी इंग्लैंड की टीम इस बार भी काफी निराश हुई। इस बार मैच के अंत समय में मिकेल ओयारजाबल के निर्णायक गोल ने इंग्लैंड के सपनों पर पानी फेर दिया। इंग्लैंड को 58 साल से किसी भी अंतरराष्ट्रीय खिताब का इंतजार है। 1966 में फीफा विश्व कप जीतने के बाद से वह खाली हाथ है। यूरो कप के 66 साल के इतिहास में इंग्लैंड कभी भी चैंपियन नहीं बन पाया है, और यह हार उस लंबी प्रतीक्षा को और बढ़ा देती है।
मैच का विवरण
यूरो कप के फाइनल मैच के दौरान फर्स्ट हाफ में स्पेन और इंग्लैंड दोनों ही टीमें गोल करने में विफल रहीं। हालांकि, स्पेन ने अपना दबदबा बनाए रखा। 66 प्रतिशत समय बॉल का पजेशन उनके पास था, जिससे साफ दिख रहा था कि स्पेन की टीम का नियंत्रण मैच पर अधिक था। फर्स्ट हाफ में एक्स्ट्रा टाइम के दौरान फिल फोडेन ने गोल करने के कुछ सुनहरे मौके गंवा दिए। स्पेन के गोलकीपर यू सिमोन ने शानदार बचाव करते हुए इंग्लैंड को किसी भी मौके पर गोल करने नहीं दिया।
दूसरे हाफ का रोमांच
दूसरे हाफ में खेल का रूख बदल गया और मैच काफी रोमांचक हो गया। मैच के 47वें मिनट में लैमिन यामल के बेहतरीन क्रॉस पर निकोलस विलियम्स ने गोल किया और स्पेन ने 1-0 की बढ़त हासिल कर ली। इंग्लैंड ने भी हार मानने का नाम नहीं लिया और 73वें मिनट में जूड बैलिंगहम के क्रॉस पर सब्स्टीट्यूट खिलाड़ी कोल पामर के गोल ने इंग्लैंड को बराबरी पर ला दिया। दर्शकों की सांसें थम गईं और मैच का रोमांच चरम पर पहुँच गया।
निर्णायक पल
अंत में, 86वें मिनट में स्पेन के लिए एक और सब्स्टीट्यूट खिलाड़ी मिकेल ओयारजाबल ने मार्क कुकुरेला के असिस्ट पर गोल किया। यह गोल निर्णायक साबित हुआ और स्पेन ने 2-1 से मैच अपने नाम कर लिया। इस गोल ने इंग्लैंड के खिताब की उम्मीदों को चकनाचूर कर दिया और स्पेन को एक बार फिर से चैम्पियन बना दिया। इस जीत का जश्न पूरे स्पेन में धूमधाम से मनाया गया और यह पल इतिहास में सुनहरे अक्षरों में दर्ज हो गया।
आगे का रास्ता
स्पेन की इस ऐतिहासिक जीत के बाद फुटबॉल विश्व को एक नया चैम्पियन मिल गया है और इंग्लैंड को एक बार फिर से अपने प्रदर्शन पर विचार करना होगा। स्पेन की टीम ने अपनी शानदार क्षमता और टीमवर्क का प्रमाण दिया है। इंग्लैंड के लिए यह हार एक कड़ी चुनौती साबित हो सकती है लेकिन यह समय है कि वे आगे बढ़ें और अपनी गलतियों से सीखें।
स्पेन के लिए यह जीत एक नए युग की शुरुआत का संकेत है और यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले वर्षों में वे किस तरह की नई ऊँचाइयाँ छूते हैं।
**इस जीत ने न केवल स्पेन को चार बार का चैम्पियन बना दिया है बल्कि पूरी दुनिया में उनके फुटबॉल खेलने की शैली और टीमवर्क की मिसाल भी कायम की है। यूरो 2024 का फाइनल मैच निश्चित रूप से फुटबॉल प्रेमियों के लिए यादगार रहेगा।**